बर्मिंघम: आईसीसी विश्व कप 2019 (World Cup 2019) में कुछ मैच पहले ही टीम सारी टीमें दो हिस्सों में बटी हुई थीं. ऊपर की चार और नीचे की बाकी टीमें जो सेमीफाइल की दौड़ में नहीं दिखाई दे रहीं थी. लेकिन बुधवार को नूजीलैंड और उससे पहले इंग्लैंड की हार ने समीकरम बदल दिए और कुछ टीमों के लिए अगर मगर ही सही लेकिन उम्मीद के दरवाजे खोल दिए. टूर्नामेंट  से पहले खिताब के सबसे प्रबल दावेदार मानी जा रही नंबर वन टीम इंग्लैंड की लगातार दो हार ने उसके सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को एक झटका दे दिया. इनमें से एक मैच 30 जून को टीम इंडिया के खिलाफ है. इस मैच को लेकर जो रूट ने अपनी टीम के साथियों को अहम सलाह दी है. 


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यह काम करना होगा रूट के साथियों को
इंग्लैंड के जो रूट ने अपनी टीम के साथियों से भारत के खिलाफ रविवार को होने वाले विश्व कप मैच के दौरान भावनायें नियंत्रित करने का आग्रह किया क्योंकि इसमें मिली हार से टूर्नामेंट से पहले की प्रबल दावेदार को इससे बाहर होना पड़ सकता है. शानदार शुरूआत के बाद इंग्लैंड का अभियान श्रीलंका और गत चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया के हाथों मिली हार से डगमगा गया. इंग्लैंड इस समय 10 टीमों की तालिका में सात मैचों में आठ अंक से चौथे स्थान पर काबिज है. अब उस पर सेमीफाइनल स्थान गंवाने का जोखिम बना हुआ है क्योंकि उसे अंतिम दो मुकाबलों में भारत और न्यूजीलैंड से भिड़ना है जिसमें उसे जीत हासिल करनी ही होगी.


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क्या कहा रूट ने 
रूट ने कहा, ‘‘मैं व्यक्तिगत रूप से सोचता हूं कि हमें अगले दो मैचों के लिये बहुत ही शांत होना होगा क्योंकि इन दोनों मैचों में काफी भावनाएं जुड़ी होंगी, विशेषकर एजबस्टन में माहौल भावनाओं से भरा होगा.’’ उन्होंने कहा कि हमें विश्वास है कि अब भी हम सेमीफाइनल क्वालिफाइ कर सकते हैं और जब ऐसा होगा तब यह मायने नहीं रखेगा कि हम वहां कैसे पहुंचे. टूर्नामेंट असल में वहीं से शुरू होगा.”



जीत की दरकार ज्यादा है इंग्लैंड को
फिलहाल ऑस्ट्रेलिया की टीम ही ऐसी है जो 12 अंकों के साथ निश्चित रूप से सेमीफाइल में पहुंच गई है. वहीं दूसरे स्थान पर न्यूजीलैंड की टीम 11 अंकों के साथ है जिसे बुधवार को ही पाकिस्तान से हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद तीसरे स्थान पर टीम इंडिया है जिसके बुधवार तक पांच मैचों में 9 अंक थे. उसके बाद चौथे स्थान पर इंग्लैंड है जिसके दो कठिन मैच बाकी हैं. हालांकि इंग्लैंड दो मैच हारने के बाद भी सेमीफाइनल में पहुंच सकती है. लेकिन इसमें कुछ अगर-मगर का गणित है. टीम इस गणित में उलझने बचना चाहेगी. अब टीम की साख भी दाव पर लगी है और इसलिए टीम के मनोबल को बनाए रखने के लिए जीत ज्यादा जरूरी हो गई है. 
(इनपुट भाषा से भी)