Ghaziabad crime news loni murder: दिल्ली से सटे लोनी में पंकज नाम एक वेटर को कुछ 'दरिदों' ने बस इसलिए पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया क्योंकि उसके हाथ में मौजूद जूठी प्लेट एक रिश्तेदार से छू गई थी और उसके कपड़े खराब हो गए थे. अंकुर विहार थाना पुलिस ने वेटर की हत्या के इस सनसनीखेज मामले की गुत्थी सुलझाते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि पार्टी खत्म होने के बाद वेटर जूठी प्लेट समेट रहा था. वहीं नजदीक में बैठकर कुछ लोग शराब पी रहे थे. अचानक एक प्लेट छू जाने के बाद आरोपियों ने बेचारे वेटर को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया.


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वो गिड़गिड़ाकर रहम की भीख मांगता रहा, हैवान पीटते रहे....  


पुलिस ने खौफनाक तरीके से अंजाम दिए गए इस हत्याकांड के मामले में तीन हत्या आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गाजियाबाद के एसीपी रवि प्रकाश ने बताया कि ये घटनाक्रम खजूरी पुश्ता रोड स्थित मैरिज होम सीजीएस वाटिका में 17 नवंबर को सामने आया था. 18 नवंबर को वेटर का शव गढ़ी कटैया के जंगल में मिला था. आरोपियों ने उसे पीट-पीटकर मरणासन्न कर दिया था और फिर जंगल में फेंककर फरार हो गए थे. जांच में पुलिस को ये भी पता चला कि वेटर ने सभी से हाथ जोड़कर माफी मांगी थी. वो गिड़गिड़ा रहा था लेकिन उसे पीट रहे लोगों में किसी का दिल भी नहीं पसीजा. इस तरह आरोपी एक मां की गोद उजाड़ कर फरार हो गए.


गेस्ट हाउस संचालक से लेकर कर्मचारियों ने साध रखी थी चुप्पी


इस मामले में शर्मनाक बात ये रही कि गेस्ट हाउस संचालक और वहां मौजूद लोगों ने वेटर को बचाना तो दूर बल्कि पूरे घटनाक्रम पर चुप्पी साध रखी थी. ऐसे में वेटर की हत्या का खुलासा करना पुलिस के लिए चुनौती भरा काम साबित हो रहा था. इसके बाद पुलिस ने करीब दो दर्जन से अधिक लोगों से पूछताछ की तब जाकर कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए इस मामले का खुलासा हो सका. वहीं पीड़ित मां ने बताया कि उनका 26 साल का बेटा शादी-पार्टियों में वेटर का काम करता था. ठेकेदार सर्वेश ने उसे पुश्ता रोड स्थित गेस्ट हाउस सीजीएस वाटिका में लगवाया था. सर्वेश ने ही उसे गेस्ट हाउस के मालिक मनोज गुप्ता के पास भेजा था. उसे एक दिन की दिहाड़ी के बदले 500 रुपये मिलते थे.


कत्ल की रात क्या हुआ था?


पार्टी शाम को 6 बजे खत्म हो गई थी. देर शाम 7 बजे करीब वेटर प्लेट समेट रहा था. काम जल्दी खत्म करके उसे पैसे मिलने थे. अचानक झूठी प्लेट टच होते ही इन आरोपियों ने पंकज को पीटना शुरू कर दिया था. पंकज को ऋषभ एवं उसके साथियों ने जमीन पर पटक दिया. उसे बहुत मारा. पंकज का सिर तभी जमीन कर किसी ठोस वस्तु से टकराया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई. इसके बाद आरोपी उसे जंगल में फेंककर फरार हो गए थे. पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपियों में से मनोज गुप्ता दिल्ली के भागीरथी विहार इलाके का रहने वाला है, वहीं अमित और अजय काका विहार ट्रॉनिका सिटी थाना एरिया में रहते हैं.