Scientist Sandeep Goyal Suicide Reason: हरियाणा (Haryana) के हिसार से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. दरअसल, हिसार की लुवास यूनिवर्सिटी में साइंटिस्ट ने अपने ऑफिस में सर्जिकल ब्लेड से खुद का और अपनी करीब 8 साल की बच्ची का गला काटकर सुसाइड (Scientist Suicide) कर लिया. काफी देर तक घर नहीं आने पर पत्नी ऑफिस में पहुंची तो ऑफिस का गेट बंद मिला. जिसके बाद आसपास मौजूद सिक्योरिटी गार्ड को खबर दी. उसके बाद इस पूरे मामले का खुलासा हुआ है. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.


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कैसे हुआ मौत का खुलासा?


बता दें कि जब साइंटिस्ट के दफ्तर का गेट नहीं खुला तो उसके बाद गेट तोड़कर देखा गया तो दोनों पिता-पुत्री खून से लथपथ हालत में पड़े हुए मिले. फिर इसकी सूचना पुलिस को दी गई. तब मौके पर पुलिस पहुंची और मामले की जांच शुरू की. इसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर एसपी मोहित हांडा, एसपी राजेश मोहन, रजिस्टरार देवेंद्र कुमार, डीएसपी विजयपाल पहुंचे.


साइंटिस्ट ने क्यों की खुदकुशी?


जान लें कि मृतक साइंटिस्ट का नाम डॉक्टर संदीप गोयल है. शुरुआती जांच में ये मामला डिप्रेशन से जुड़ा बताया जा रहा है. लेकिन पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है. वह नरवाना का रहने वाला था और लुवास के क्वार्टर में एक सरकारी क्वार्टर में अपनी पत्नी के साथ रहता था. संदीप गोयल रविवार शाम को पत्नी से सनाया बेटी को घुमाने की बात कहकर स्कूटी पर लेकर घर से निकले थे. लेकिन काफी देर बाद भी वापस नहीं आने पर संदीप की पत्नी ने यूनिवर्सिटी में ही उन्हें ढूंढने के लिए चली गईं.


साइंटिस्ट के परिवार में छाया मातम


इस दौरान डिपार्टमेंट ऑफ वेटरनरी सर्जरी और रेडियोलॉजी ऑफिस के बाहर संदीप की स्कूटी दिखाई दी. इसके बाद उनकी पत्नी ऑफिस में गईं तो देखा अंदर से कुंडी बंद थी. फिर दरवाजा तोड़ने के बाद मौत की बात पता चली. घटना के बाद उनके परिवार में मातम छाया हुआ है.


कौन थे डॉक्टर संदीप गोयल?


बता दें कि मृतक साइंटिस्ट डॉक्टर संदीप गोयल साल 2016 में प्रोफेसर असिस्टेंट के तौर पर लुवास यूनिवर्सटी में आए थे. डॉक्टर संदीप गोयल के पिता नरवाना में मुनीम का काम करते हैं. संदीप अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे.


(इनपुट- रोहित कुमार)


Disclaimer: जीवन अनमोल है. जी भरकर जिएं. इसका पूरी तरह सम्‍मान करें. हर पल का आनंद लें. किसी बात-विषय-घटना के कारण व्‍यथित हों तो जीवन से हार मानने की कोई जरूरत नहीं. अच्‍छे और बुरे दौर आते-जाते रहते हैं. लेकिन कभी जब किसी कारण गहन हताशा, निराशा, डिप्रेशन महसूस करें तो सरकार द्वारा प्रदत्‍त हेल्‍पलाइन नंबर 9152987821 पर संपर्क करें.