एक सजा ऐसा भी! गलती से निर्दोष शख्स को 30 साल जेल में रखा, जैसे ही वह छूटा..प्राण त्याग दिया!
Innocent Man: यह आदमी निर्दोष था लेकिन इसके बावजूद भी उसे तीस साल तक जेल में रखा गया. हैरानी की बात यह है कि कोर्ट ने करीब तीस साल बाद अपना ही फैसला बदल दिया. इस फैसले में साफ कहा गया कि शख्स को गलती से दोषी करार दिया गया था.
Release From Jail: क्राइम के ऐसे-ऐसे मामले सामने आ जाते हैं जिसे सुनकर लोगों की रूह कांप जाती हैं. इसी कड़ी में आइए ऐसी कहानी के बारे में सुनते हैं जिसे गलती से तीस साल की सजा दे दी गई थी. बाद में उसे रिहा भी किया गया लेकिन जेल से रिहा हुआ शख्स ज्यादा समय तक जिंदा नहीं रह पाया. उसे बिना किसी जुर्म के तीस साल बिताना पड़ा और वह भी बिना किसी क्राइम किए, यह शायद उसके जीवन की सबसे बड़ी त्रासदी थी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह घटना अमेरिका के टेनेसी शहर की है और कुछ पुरानी है. इस शख्स का नाम क्लाउड फ्रांसिस गारेट है जिनकी हाल ही में मौत 65 साल की उम्र में हुई है. वे टेनेसी के ही रहने वाले थे. वे कुछ महीने पहले ही जेल से तीस साल की सजा काटकर बाहर आए थे. उनकी मौत बीमारी के चलते हुई है.
रिपोर्ट के मुताबिक तीस साल पहले यह शख्स अपनी गर्लफ्रेंड के साथ घर में था और वहां आग लग गई थी. उस समय आरोप लगा कि इसने जानबूझकर आग लगाई है क्योंकि इस घटना में इसकी गर्लफ्रेंड की मौत हो गई थी. वह बार बार कहता रहा कि उसने आग नहीं लगाई बल्कि वह सो रहा था. लेकिन उसे दोषी करार दिया गया और सजा भी सुनाई गई.
सजा काटने के अंतिम समय में शख्स के परिवार ने किसी साक्ष्य की बदौलत कोर्ट में इस पर चुनौती दी तो कोर्ट ने पूरा निर्णय पलट दिया और उसे बेकसूर बताते हुए उसे रिहा कर दिया. लेकिन उसके जेल से बाहर आते ही कुछ ही दिनों में उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद खूब हंगामा मचा था लेकिन कुछ नहीं हो पाया कि यह सब असामान्य था और हर किसी के बस के बाहर की बात थी.