नई दिल्ली: निज़ामुद्दीन के तब्लीगी जमात के मरकज से फैले कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के दायरे में अब मौलाना मोहम्मद साद आने वाले हैं. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मौलाना मोहम्मद साद के तीन बेटों समेत कुल 17 लोगों को 160 सीआरपीसी का नोटिस देकर जांच में शामिल होने को कहा था. सभी 17 लोगों से क्राइम ब्रांच एक राउंड की पूछताछ कर चुकी है.


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मौलाना साद को अभी तक पुलिस ने जांच में शामिल होने का नोटिस नहीं दिया है. जल्द ही क्राइम ब्रांच मौलाना साद को भी 160 का नोटिस देकर जांच में सहयोग करने को बोल सकती है. मौलाना साद ने अपने आप को क्वारंटीन किया हुआ था, जिसका समय पूरा हो चुका है. क्राइम ब्रांच अब जल्द ही मौलाना साद को पूछताछ के लिए बुला सकती है.


उधर, दूसरी तरफ कोरोना (Coronavirus) संकट के दौरान निजामुद्दी मरकज (Nizamuddin Markaz) में तबलीगी जमात कार्यक्रम में हजारों लोगों को इकट्ठा करवाने के आरोपी मौलाना साद (Maulana Saad) की मुश्किलें और बढ़ गई हैं. दरअसल, उसके दो रिश्तेदारों में कोरोना वायरस (Coronavirus) की पुष्टि हुई है. 


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जानकारी के मुताबिक, मौलाना साजिद और मौलाना राशिद कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. ये दोनों उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में रह रहे थे. मामले के सामने आने के बाद पूरे इलाके को सील कर दिया गया है. 


बताया जा रहा है कि मौलाना साजिद और मौलाना राशिद दोनों भाई हैं. दोनों 19 मार्च को सहारनपुर लौटे थे. ये दोनों फ्रांस से लौटे थे. इसके बाद निजामुद्दीन मरकज भी गए. दोनों ने ये जानकारियां छुपाईं. इस बीच दोनों ने कोरोना को लेकर लोगों से घरों में रहने की अपील की लेकिन ये नहीं बताया कि खुद विदेश से लौटे हैं. 



इनके विदेश से लौटने की जानकारी CDR से पता चली जसके बाद 7 अप्रैल को दोनों का कोरोना टेस्ट कराया गया. 13 अप्रैल को रिपोर्ट आने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया.