Nuh Violence: नूंह हिंसा से जुड़ी नई तस्वीरें आईं सामने, घटना से पहले शहर में एंट्री लेते दिखे `दंगाई`
Violence In Nuh: नूंह हिंसा (Nuh Violence) से पहले की नई तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमें उपद्रवी शहर में एंट्री लेते हुए दिख रहे हैं. पुलिस नूंह हिंसा मामले की जांच में जुटी हुई है.
Nuh Violence Video: नूंह हिंसा (Nuh Violence) से जुड़ी नई तस्वीरें सामने आई हैं. जानकारी के मुताबिक, हिंसा से पहले ही उपद्रवी शहर पहुंच चुके थे. ज़ी न्यूज़ के पास कुछ ऐसी ही एक्सक्लूसिव तस्वीरें हैं. ये तस्वीर नूंह से सटे हुए पड़ली गांव के एंट्री पॉइंट की है जो सीधे नूंह के मेन बाजार की तरफ जाता है और इसी बाजार में आगजनी और कई दुकानों में लूटपाट हुई. इन तस्वीरों में साफ-साफ दिखाई दे रहा है कि कैसे दंगाई आसपास के इलाकों से भर-भर कर आए थे. बता दें कि ज़ी न्यूज़ की कई ग्राउंड रिपोर्ट्स और पुलिस जांच में भी ये पता चला कि कई दंगाई आसपास के इलाकों से थे.
नूंह बुलडोजर एक्शन पर सुनवाई
इस बीच खबर है कि नूंह बुलडोजर एक्शन पर सुनवाई टल गई है. आज हाईकोर्ट में इस मामले पर सुनवाई होनी थी. जस्टिस अरुण पल्ली ने सुनवाई से इनकार करते हुए कहा कि नियमों के अनुसार चीफ जस्टिस ही इस मामले में सुनवाई कर सकते हैं. इससे पहले कोर्ट ने बीते सोमवार को बुलडोजर एक्शन पर रोक लगा दी थी. हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार के बुलडोजर एक्शन पर सवाल उठाते हुए कई सख्त टिप्पणियां की थीं. जस्टिस जी. एस. संधावालिया और जस्टिस हरप्रीत कौर जीवन की बेंच ने हरियाणा सरकार से पूछा था कि जिन इमारतों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है, क्या वो किसी एक खास समुदाय के लोगों की हैं?
हरियाणा सरकार से पूछे गए ये सवाल
हाईकोर्ट ने ये भी पूछा था कि क्या सरकार कानून-व्यवस्था की आड़ में ऐसा कर रही है? हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को एक नोटिस भी जारी किया था. कोर्ट ने इसे जारी करते हुए अपने आदेश में कहा था कि क्या कानून-व्यवस्था की आड़ में किसी एक खास समुदाय की इमारतों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है? और क्या राज्य सरकार जातीय संहार की कोशिश कर रही है? हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को एक हलफनामा पेश करने का निर्देश जारी कर ये बताने को कहा था कि पिछले दो सप्ताह में नूंह और गुरुग्राम दोनों में कितनी इमारतें ध्वस्त की गई हैं और क्या बुलडोजर एक्शन से पहले कोई नोटिस जारी किया गया था.
आरोपियों पर पुलिस की कार्रवाई
गौरतलब है कि नूंह हिंसा के 11 और आरोपियों को पुलिस ने अरेस्ट किया है. नूंह के आसपास के इलाकों से इन्हें गिरफ्तार किया गया है. इस बीच, 13 अगस्त को महापंचायत करने का ऐलान भी किया गया है. 28 अगस्त को जलाभिषेक यात्रा निकाला जाना भी तय हुआ है. जलाभिषेक यात्रा की तैयारियां तेज हो गई हैं. साधु-संतों से पहुंचने का आह्वान किया जा रहा है. देखना होगा कि इस बार प्रशासन कितना तैयार होगा?