Munger: मुंगेर गोलीकांड के अन्य मामले में नामजद तत्कालीन मुफस्सिल थानाध्यक्ष ब्रजेश कुमार सिंह सर्विस पिस्टल के साथ पिछले 6 माह से अधिक समय से फरार हैं, इसकी जानकारी सीआईडी के एडीजी ने सुनवाई के दौरान कोर्ट को दी.


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बता दें कि 26 अक्टूबर 2020 को दुर्गा प्रतिमा विर्सजन के दौरान श्रद्धालु अनुराग पोद्दार की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. मृतक के पिता ने तत्कालीन वासुदेवपुर ओपी थानाध्यक्ष सुशील कुमार को इस हत्या का आरोपी बताया है. जिसके बाद हाई कोर्ट ने इस केस का जिम्मा सीआईडी को सौंप दिया था. 


वहीं, सीआईडी एसआईटी बनाकर अनुसंधान कर रही है. इस दौरान सीआईडी टीम ने पाया कि घटनास्थल दीनदयाल चौक से गांधी चौक के बीच तीन थानाध्यक्ष पूरबसराय ओपी, वासुदेवपुर ओपी एवं मुफिसल बाजार के थानाध्यक्ष अपने-अपने थाना क्षेत्र में दुर्गा प्रतिमा को विर्सजन कराने के लिए मुस्तैद थे. जिसमें दो थानेदार के द्वारा घटना को लेकर कोतवाली में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है. 


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मामले की अगली सुनवाई 25 मई को निर्धारित की गई है. सिविल कोर्ट मुंगेर में अनुराग हत्या मामले को देख रहे अधिवक्ता ओम प्रकाश पोद्दार ने बताया कि '19 मई को न्यायमूर्ति राजीव रंजन प्रसाद के एकल पीठ में सुनवाई हुई. जिसमें स‍ीआईडी के एडीजी विनय कुमार ने पीठ को बताया कि बीते कई माह से पुलिस पदाधिकारी ब्रजेश कुमार सिंह सर्विस पिस्टल के साथ फरार हैं और उसकी लोकेशन का पता नहीं चल रहा है. इसी वजह से ब्रजेश सिंह की पिस्टल को फोरेंसिक लैब में जांच के लिए नहीं भेजा जा सका है और जांच में विलंब हुआ है. एक सप्ताह के अंदर ब्रजेश सिंह के पास सीआईडी पहुंच जाएगी.'


हत्यारोपी बना तत्कालीन वासुदेवपुर ओपी प्रभारी
सीआइडी एसपी 17 मार्च 2021 को अनुराग हत्या से जुड़े कोतवाली कांड संख्या 311/20 में तत्कालीन वासुदेवपुर ओपी प्रभारी सुशील कुमार को अप्राथमिक अभियुक्त बनाने का निर्देश स‍ीआईडी टीम को दे चुके हैं. जबकि, घटना स्थल पर मुफस्सिल थानाध्यक्ष ब्रजेश कुमार सिंह का पिस्टल लहराते हुए वीडियो वायरल हुआ था. इस मामले में तत्कालीन मुंगेर एसपी लिपि सिंह ने ब्रजेश सिंह के विरूद्ध दंडात्मक कार्रवाई भी की थी.


(इनपुट- प्रशांत कुमार)