डिंडीगुल: तमिलनाडु (Tamilnadu) के डिंडीगुल में एक पादरी (Pastor) ने 20 दिन तक अंधविश्वास के नाम पर दो बच्चों से उनकी मां की डेडबॉडी को ये कहकर घर में रखवाए रखा कि उनकी मां सो रही है. उसका पुनर्जीवन होने वाला है. आप लोग इन्हें मत जगाना. सोशल मीडिया पर अब ये मामला चर्चा का विषय बना हुआ है.


पादरी के खिलाफ संगीन धाराओं में केस दर्ज


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अब इस मामले में पुलिस ने चर्च (Church) के पादरी (Pastor) सुदर्शनम और एक अन्य महिला को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस (Police) ने इन दोनों के खिलाफ आईपीसी (IPC) की धारा 176, 304 'ए', 406 और 420 के तहत केस दर्ज किया है. पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है.


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मां का पुनर्जीवन होगा: पादरी


बता दें कि इस मामले का खुलासा तमिलनाडु (Tamilnadu) के डिंडीगुल में बीते 31 दिसंबर को हुआ. यहां 38 वर्षीय अन्नाई इंद्रा नामक एक महिला पुलिस कॉन्टेबल का परिवार चर्च (Church) के पादरी (Pastor) सुदर्शनम के झांसे में आ गया था. पादरी ने महिला पुलिस कॉन्स्टेबल की बेटियों से कहा था कि आपकी मां की मौत नहीं हुई है. वो तो सिर्फ सो रहीं हैं. अगर आप लोग इन्हें जगाएंगे तो मां का पुनर्जीवन नहीं होगा. 


अंधविश्वास की हद की पार


'द हिंदू' के हवाले से खबर है कि 20 दिन से महिला की डेडबॉडी को घर में रखे जाने के कारण दुर्गंध फैलने लगी, जिसके बाद आसपास रहने वाले लोगों को इसकी जानकारी हुई. फिर पुलिस जब मौके पर पहुंची तो मृतक महिला की बेटियों ने पादरी (Pastor) द्वारा पुनर्जीवन की बात बताई. इसके बाद पुलिस ने मृतक महिला की डेडबॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. फिर मामले की जांच शुरू की.


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जान लें कि मृतक महिला पुलिस कॉन्स्टेबल 16 नवंबर से छुट्टी पर चल रही थी. जिसके बाद घर में ही उनकी मौत हो गई. पादरी की बातों में आकर उनकी बेटियों ने महिला का अंतिम संस्कार नहीं किया था.


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