Board Exams के लिए इस टाइम टेबल को फॉलो कर कम टाइम में पूरा करें सिलेबस, आराम से स्कोर कर लेंगे 95% मार्क्स
Time-Table for Board Exams 2023: आज हम छात्रों को उस टाइम-टेबल के बारे में बताएंगे, जिसको हर उस छात्र को फॉलो करना चाहिए, जो मात्र 3 महीने के भीतर बोर्ड एग्जाम 2023 (Board Exam 2023) की तैयारी कर परीक्षा में 95% से अधिक मार्क्स हासिल करना चाहता है.
Time-Table for Board Exams 2023: देशभर के विभिन्न राज्यों में आने वाले कुछ महीनों के भीतर कक्षा 10वीं व 12वीं के बोर्ड एग्जाम शुरू हो जाएंगे. देश के सबसे बड़े सीबीएसई बोर्ड (CBSE Board) की तरफ से कक्षा 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं 15 फरवरी के आस-पास शुरू हो जाएंगी. इस लिहाज से छात्रों के पास परीक्षा की तैयारी के लिए मात्र 3 महीने का समय बचा है. ऐसे में अगर आप इन तीन महीनों में एक सही टाइम-टेबल के साथ परीक्षा की तैयारी करें, तो आप बोर्ड एग्जाम्स (Board Exams) में 95% से अधिक मार्क्स आसानी से प्राप्त कर सकते हैं.
हम इससे पहले बता चुके हैं कि आपको किस प्रकार इन तीन महीनों (नवंबर, दिसंबर और जनवरी) में परीक्षा की तैयारी करनी है. उस खबर का लिंक हमने नीचे दिया हुआ है, जिसे पढ़ कर आप बोर्ड एग्जाम की स्ट्रेटिजी बना सकेंगे, लेकिन आज हम आपको उस टाइम-टेबल के बारे में बताएंगे, जिसको हर उस छात्र को फॉलो करना चाहिए, जो मात्र 3 महीने के भीतर बोर्ड एग्जाम 2023 (Board Exam 2023) की तैयारी कर परीक्षा में 95% से अधिक मार्क्स हासिल करना चाहता है.
Best Time-Table for Board Exams 2023: इन स्टेप्स को फॉलों बोर्ड एग्जाम 2023 के लिए बनाएं सबसे बेस्ट टाइम-टेबल
1. सात से आठ घंटे की नींद जरूर लें
बहुत से छात्र जब भी बोर्ड एग्जाम की तैयारी के लिए टाइम-टेबल बनाते हैं, तो वे सबसे पहले अपने सोने के टाइम से समझौता करते हैं. वे अपनी प्रैक्टिस के टाइम को बढ़ा कर, अपने सोने के समय में कमी करते हैं. इसका नतीजा कुछ ऐसा होता है कि, छात्र अच्छी नींद ना ले पाने की वजह से अपने टाइम-टेबल को लगातार फॉलो नहीं कर पाते और एक समय के बाद उन्हें नए टाइम-टेबल की जरूरत पड़ती है, जिससे उनका काफी समय बर्बाद होता है. इसलिए सबसे जरूरी है कि आप 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लें, क्योंकि अच्छी नींद लेने से ही आप पढ़ी हुई ज्यादा से ज्यादा चीजें अपने दिमाग में स्टोर कर पाएंगे.
2. एक दिन पहले बनाए अगले दिन का टाइम टेबल
छात्रों से अनुरोध है कि वे हफ्ते या महीने का टाइम-टेबल बनाने के बजाय एक दिन पहले ही अगले दिन का टाइम-टेबल बनाएं. ऐसा करने से आपके ऊपर ज्यागा बोझ नहीं आएगा और आप अपने लॉन्ग टर्म गोल को धीरे-धीरे अचीव कर लेंगे.
3. दिन को तीन स्लॉट में करें डिवाइड
छात्र सबसे पहले इस बात पर ध्यान दें कि उन्हें कौन सा विषय सबसे कठिन लगता है और कौन सा सबसे आसान. इसके बाद वे अपने टाइम-टेबल के मुताबिक, अपने दिन को तीन स्लॉट में बांट दें. जैसे -
- स्कूल जानें से पहले का समय
- स्कूल से आने और कोचिंग जानें के बीच का समय
- रात में सोने से पहले का समय
दिन को तीन स्लॉट में बांटने के बाद आप सबसे पहले स्लॉट में सबसे कठिन विषय को पढ़ें. इसके बाद दूसरे स्लॉट में आप उस विषय को पढ़े, जो आपको सबसे आसान लगता हो. इसके बाद आप रात के समय यानी तीसरे स्लॉट में ऐसे विषय को पढ़े, जिसे पढ़ते वक्त आपको नींद ना आए, मतलब आप रात के समय मैथ्स या अकाउंट्स के प्रश्नों को सॉल्व कर सकते हैं.
4. सब्जेक्ट के हिसाब से तय करें समय
आप अपना टाइम-टेबल तैयार करते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि आपको कौन सा विषय कठिन लगता है और कौन सा आसान. क्योंकि आपको परीक्षा की तैयारी के लिहाज से उस सब्जेक्ट को ज्यादा समय देना है, जिसमें आप कमजोर हैं. इसी प्रकार आप उन सब्जेक्ट को कम समय दे सकते हैं, जो आपको अच्छे से आते हैं.
5. रोज जाएं स्कूल व कोचिंग
छात्र स्कूल व कोचिंग रोज जाएं और वहां पढ़ाए जा रहे सभी टॉपिक पर पूरा ध्यान दें. क्योंकि जो कॉन्सेप्ट स्कूल या कोचिंग में कवर हो जाएंगे, उनके लिए आपको अलग से मेहनत नहीं करना पड़ेगी, जिससे आपके रिविजन का समय भी बचेगा और आप उस समय को किसी और टॉपिक को समझने में लगा सकेंगे.
6. हप्ते में बनाएं एक बफर डे
आप हफ्ते का एक दिन बफर डे के रूप में रखें. क्योंकि अगर हफ्ते में किसी भी कारण से आप कुछ टॉपिक को कवर करना भूल गए हैं, तो आप बफर डे के दिन हफ्ते भर के बचे हुए सभी टॉपिक को कवर कर सकेंगे.