CBSE 10वीं-12वीं के छात्रों के लिए बड़ी खबर, अगले वर्ष से पहले जैसे एक टर्म में होंगे एग्जाम
इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट्स में एक अधिकारी के हवाले से दावा किया है कि बोर्ड ने स्कूलों से अभ्यावेदन प्राप्त करने के बाद एकल परीक्षा पैटर्न को बहाल करने का फैसला किया है. हालांकि इसकी घोषणा बोर्ड की तरफ से अभी नहीं की गई है. लेकिन माना जा रहा है कि टर्म-2 की परीक्षा खत्म होने के बाद इसका एलान कर दिया जाएगा.
नई दिल्ली. सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) की तरफ से 10वीं-12वीं की परीक्षा अगले वर्ष से एक टर्म में आयोजित की जाएगी. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि अगले सत्र से परीक्षा दो टर्म में नहीं होगी.
आपको बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से इस वर्ष यानि कि 2022-23 सत्र की 10वीं-12वीं की परीक्षा बोर्ड की तरफ से दो टर्म में आयोजित की जा रही है. पहले टर्म की परीक्षा का रिजल्ट भी जारी कर दिया गया है. वहीं, दूसरे टर्म की परीक्षा 26 अप्रैल से आयोजित होगी. टर्म-2 की परीक्षा का वेटेज छात्रों को अधिक दिया जाएगा.
इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट्स में एक अधिकारी के हवाले से दावा किया है कि बोर्ड ने स्कूलों से अभ्यावेदन प्राप्त करने के बाद एकल परीक्षा पैटर्न को बहाल करने का फैसला किया है. हालांकि इसकी घोषणा बोर्ड की तरफ से अभी नहीं की गई है. लेकिन माना जा रहा है कि टर्म-2 की परीक्षा खत्म होने के बाद इसका एलान कर दिया जाएगा.
बोर्ड की तरफ से दो टर्म एग्जाम का फॉर्मूला कोरोना वायरस की वजह से प्रभावित हुए अकादमिक सत्र की वजह से लिया गया था. अब, जब स्कूल पूरी क्षमता से काम कर रहे हैं, तो परीक्षा भी एक टर्म यानि कि एक वर्ष में एक बार आयोजित की जाएगी.
वहीं, बोर्ड की तरफ से पिछले वर्ष कोरोना के चलते सिलेबस में भी 30 प्रतिशत की कटौती की गई थी. एक टर्म की परीक्षा होने पर बोर्ड की तरफ से सिलेबस में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा. यानि कि स्कूल 30 प्रतिशत कटौती वाले सिवेबस को ही पढ़ा सकेंगे.
इसके अलावा 10वीं और 12वीं में पूर्व की तरह ग्रेडिंग सिस्टम भी लागू रहेगा. कोचिंग कक्षाएं शुरू करने की आवश्यकता को समाप्त करने के लिए बोर्ड और प्रवेश परीक्षाओं की मौजूदा प्रणाली में सुधार किया जाएगा. वर्तमान मूल्यांकन प्रणाली के कुछ खामियों को दूर करने के लिए और समग्र विकास को प्रोत्साहित करने के लिए बोर्ड परीक्षाओं के मूल्यांकन प्रणाली में थोड़ा सुधार किया जाएगा.