जिंदगी के `टॉपर`: 9वीं फेल पांड्या जीते हैं Luxurious लाइफ, जानें कैसे बने टीम इंडिया के टॉप ऑलराउंडर
रविवार को जब वह दुबई से भारत लौटे तो मुंबई एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने उन्हें 5 करोड़ की करोड़ों की घड़ियों की कथित तौर पर रसीद नहीं होने की वजह से रोक लिया और उन्हें जमा करा लिया. हालांकि, बाद में हार्दिक पांड्या ने खुद ट्वीट कर कहा कि सोशल मीडिया पर घड़ियों की कीमतों को लेकर गलत जानकारी दी जा रही है. दरअसल, वे खुद एयरपोर्ट पहुंचने के बाद कस्टम विभाग के पास गए और घड़ियों को जमा कराया. कस्टम विभाग के पास जिन दो घड़ियों को जमा कराया गया है, उनकी कीमत 1.5 करोड़ है.
नई दिल्ली. 'जिंदगी के टॉपर' नाम से हमने एक सीरीज की शुरुआत की है. इसके तहत हम हर दिन एक ऐसे शाख्सियत के बारे में बताएंगे, जिन्होंने अपने करियर में एक अलग-मुकाम हासिल किया है. भले ही वह पढ़ाई में कमजोर रहे हो या फिर किसी वजह से उन्होंने पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी.... इसी कड़ी में आज हम भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या के करियर के बारे में बताएंगे. हार्दिक पांड्या के बारे में आज हम इसलिए भी बता रहे हैं, क्योंकि वह सुर्खियों में हैं.
रविवार को जब वह दुबई से भारत लौटे तो मुंबई एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने उन्हें 5 करोड़ की करोड़ों की घड़ियों की कथित तौर पर रसीद नहीं होने की वजह से रोक लिया और उन्हें जमा करा लिया. हालांकि, बाद में हार्दिक पांड्या ने खुद ट्वीट कर कहा कि सोशल मीडिया पर घड़ियों की कीमतों को लेकर गलत जानकारी दी जा रही है. दरअसल, वे खुद एयरपोर्ट पहुंचने के बाद कस्टम विभाग के पास गए और घड़ियों को जमा कराया. कस्टम विभाग के पास जिन दो घड़ियों को जमा कराया गया है, उनकी कीमत 1.5 करोड़ है.
इसके अलावा हार्दिक ने पांड्या ने यह भी कहा कि वह कानून और राष्ट्रीय एजेंसियों का सम्मान करते हैं. उन्होंने कस्टम विभाग को घड़ियों की रसीद देने की भी बता कही है. हार्दिक पांड्या इससे पहले भी कई बार विवादों में रह चुके हैं. ऐसे में लोग हार्दिक पांड्या के बारे में जानना चाहते हैं कि आखिर कैसे वे भारतीय टीम का हिस्सा बने.
मैगी खाकर चलाते थे काम
हार्दिक पांड्या, क्रुणाल पांड्या के छोटे भाई हैं. हार्दिक पंड्या का जन्म 11 अक्टूबर, 1993 को गुजरात के सूरत में रहने वाले हिमांशु पंड्या के घर हुआ. उनके पिता कार फाइनेंस का छोटा सा बिजनेस करते थे. बच्चों को क्रिकेटर बनाने के लिए वह सबकुछ छोड़कर वड़ोदरा आ गए. यहां वह पूरे परिवार के साथ एक छोटे से घर में रहते थे. हार्दिक और उनके भाई क्रुणाल ने उस समय आर्थिक तौर पर बहुत सी मुश्किलों का सामना किया. दोनों भाई पैसे की कमी के कारण दिन में दो बार मैगी खाकर काम चलाते थे.
9वीं फेल हैं हार्दिक पांड्या
हार्दिक पांड्या क्रिकेट खेलने में अच्छे थे, इसलिए बड़ोदरा के एक नामी स्कूल में फ्री में उनका दाखिला हो गया. लेकिन एक टूर्नामेंट में उनके स्कूल की टीम पहले ही मैच में हारकर बाहर हो गई. इसके बाद स्कूल वाले अपने वायदे से पलट गए और पांड्या से स्कूल फीस की डिमांड करने लगे. वहीं, जब पांड्या ने स्कूल की मंहगी फीस नहीं जमा कराई तो स्कूल वालों ने उन्हें 9वीं में फेल कर दिया. परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने की वजह से पांड्या ने ठान लिया कि अब वह आगे की पढ़ाई नहीं करेंगे और क्रिकेट में ही करियर बनाएंगे.
एट्टीट्यूड के लिए कर दिया गया था टीम से बाहर
हार्दिक पाड्या के जीवन में एक वक्त ऐसा भी आया था, जब उन्हें उनके एट्टीट्यूट के कारण स्टेट ऐज ग्रुप टीम से बाहर कर दिया गया था. इस बारे में हार्दिक पांड्या ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में खुद बताया है. जब उन्हें टीम से बाहर किया गया तो लगा उनका करियर खत्म हो जाएगा.
बड़ौदा क्रिकेट टीम से की करियर की शुरुआत
हार्दिक पंड्या ने अपने घरेलु करियर की शुरुआत 2013 में बड़ौदा क्रिकेट टीम के साथ की थी. उन्होंने 2013-14 में बड़ौदा सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी जीतने में अहम भूमिका निभाई थी. शायद यही कारण था कि उनका चयन 2015 में आईपीएल में हो गया. उनको मुंबई इंडियन ने 10 लाख के बेस प्राइस पर ख़रीदा. इस दौरान वह सचिन तेंदुलकर के संपर्क में आए. मुंबई इंडियन के लिए उन्होंने चेन्नई के खिलाफ धमाकेदार 8 गेंद पर 21 रन की पारी खेली और 6 विकेट भी लिए.
इस मैच के बाद ही सचिन तेंदुलकर ने भविष्यवाड़ी कर दी थी कि वह अगले 18 महीने के अंदर भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते नजर आएंगे. और भी कुछ ऐसे, एक साल के अन्दर ही हार्दिक को एशिया कप और टी-20 वर्ल्डकप के लिए चुन लिया गया.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किया डेब्यू
हार्दिक पंड्या ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत टी-20, 2016 से की. उन्होंने भारत के लिए पहला मैच 27 जनवरी 2016 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलकर किया. इस मैच में हार्दिक ने दो विकेट लिए. उनका पहले विकेट क्रिस लिन बने.
जैक्स कैलिस से की जाती है तुलना
ऑलराउंडर हार्कि पांड्या की तुलना दक्षिण अफ्रीका पूर्व ऑलराउंडर जैक्स कैलिस से की जाती है. हालांकि, पिछले कुछ दिनों से उनका फॉर्म अच्छा नहीं है. टी-20 वर्ल्ट कप 2020 में भी वह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकें. इसके अलावा इस IPL में भी उन्होंने अच्छा परफॉर्म नहीं किया. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि मुंबई इंडियंस उन्हें इस बार रिटेन नहीं करेगी.
साल के 30 करोड़ कमाते हैं पांड्या
हार्दिक पांड्या एक साल में 30 करोड़ रुपए की कमाई करते हैं. इनमें 11 करोड़ रुपए वह IPL से कमाते हैं. बाकी का पैसा उन्हें बीसीसीआई और विभिन्न विज्ञापनों से मिलता है. हार्दिक पांड्या ने 2020 में नताशा स्टेनकोविक शादी कर की. दोनों का एक बेटी भी है.
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