नई दिल्लीः National Education Day 2021: देश में हर साल 11 नवंबर 2021 को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस (National Education Day) मनाया जाता है. भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद (Maulana Abul Kalam Azad) की जयंती के रूप में इस दिवस को मनाया जाता है. यहां जानें शिक्षा दिवस का महत्व क्या है. 


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कौन थे अबुल कलाम आजाद (Who Was Abul Kalam Azad)
अबुल कलाम आजाद के आजादी से पहले एक स्वतंत्रता सेनानी थे, वह विद्वान और फेमस एकेडमिशियन भी थे. आजादी के बाद उन्हें देश का पहला शिक्षा मंत्री बनाया गया, वह देश के प्रमुख वास्तुकारों में से एक थे. AICTE (All India Council for Technical Education) और इसी तरह के कई टेक्निकल संस्थानों की स्थापना में उन्होंने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. 


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कब से शुरू हुआ 'राष्ट्रीय शिक्षा दिवस'
सितंबर 2008 में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती को राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा दिवस के रूप में मनाने पर मुहर लगाई. आजादी के बाद राष्ट्र निर्माण में शिक्षा के महत्त्व को देखते हुए इन्हीं कुछ नेताओं ने शिक्षा को महत्त्वपूर्ण बनाया. अबुल कलाम ने एजुकेशन को बढ़ावा देने की पहल शुरू की और उन्होंने ही सबसे आगे रह कर इस काम को संपन्न किया. 


'राष्ट्रीय शिक्षा दिवस' का महत्त्व (National Education Day Importance)
देशवासियों द्वारा इस दिन राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाले नेता मौलाना आजाद को याद किया जाता है. इसी दिन स्कूलों में तरह-तरह के सेमिनार, कार्यक्रम और निबंध लेखन जैसे प्रोग्राम आयोजित किए जाते हैं. स्टूडेंट्स और टीचर्स मिलकर इस दिन पढ़ाई व शिक्षा के महत्त्व के हर पहलू पर डिस्कशन करते हैं.


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