UPSC Success Story: दिल्ली का मुखर्जी नगर इलाका, ना जाने किनते उम्मीदवारों के आईएएस और आईपीएस बनने के सपने समेटे हुआ है. यहां देश के कोने-कोने से छात्र आते हैं और देश की सबसे कठिन मानी जाने वाली यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करते हैं. हालांकि, लाखों छात्रों में से केवल 900 से 1000 छात्रों के ही सपने हर साल पूरे हो पाते हैं. क्योंकि इस परीक्षा को पास करना कोई मजाक नहीं है. 


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बिना स्ट्रेटेजी प्रीलिम्स भी नहीं होगा क्लियर
अगर सही नॉलेज और सट्रेटेजी ना हो, तो सालों साल तक परीक्षा देते रहिए लेकिन फिर भी आप इसका पहला पड़ाव यानी प्रीलिम्स भी क्लियर नहीं कर पाएंगे. इसलिए आज हम आपको दो ऐसे उम्मीदवारों की सफलता के बारे में बताएंगे, जिन्होंने फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर जैसे सभी सोशन मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया, खाली समय में रील्स भी देखी, लेकिन पढ़ाई के लिए ऐसी स्ट्रेटेजी बनाई की पहले IPS की रैंक हासिल की और इस बार IAS बनने की.


पिछले साल IPS के लिए हुआ था चयन
दरअसल, हम बात कर रहे हैं बिहार के रहने वाले प्रिंस कुमार और राजस्थान के रहने वाले गगन मीणा की. ये दोनों एक दूसरे दोस्त हैं. इन दोनों की दोस्ती यहीं मुखर्जी नगर में ही हुई थी. दोनों अलग-अलग राज्यों से आते हैं, लेकिन दोनों ने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी एक ही कमरे में रह कर करी थी. तैयारी ऐसी थी कि पिछले साल दोनों ही दोस्त आईपीएस (IPS) के लिए चुने गए थे. 


इस साल हासिल की ये रैंक
हालांकि, दोनों ही दोस्त के मन में कहीं ना कहीं आईएएस बनने की कसक बाकी थी. इसलिए दोनों ने अपनी सर्विस से एक्सट्रा ऑर्डनरी लीव लेकर एक और अटेंप्ट देने का फैलसा किया. इसके बाद जब इस साल यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा का रिजल्ट आया, तो प्रिंस को 89 रैंक और गगन को 120वीं रैंक प्राप्त हुई है. वहीं एसटी लिस्ट में देखें, तो गगन ने दूसरा स्थान हासिल किया है. ऐसे में कहा जा सकता है कि अब इन दोनों दोस्तों का IAS बनने का सपना जरूर पूरा हो जाएगा. 


तैयारी के दौरान रील्स भी देखी
प्रिंस का कहना है कि लोग बेकार ही कहते हैं कि इस परीक्षा के लिए आपको 16-16 घंटे पढ़ना होता है. सोशल मीडिया का इस्तेमाल नहीं करना होता है. ये सब फाल्तु बाते हैं. मैं तो इस्टा, फेसबुक और ट्विटर सब चलाता था. हम रील्स भी देखा करते थे. लेकिन हां, हमने अपना टारगेट सेट कर रखा था कि हमें रोज कितना सिलेबस खत्म करना है.