Film 72 Hoorain: '72 हूरें' (72 Hoorain) फिल्म के ट्रेलर को सेंसर बोर्ड ने सर्टिफिकेट देने से इनकार कर दिया था. बावजूद इसके मेकर्स ने फिल्म के ट्रेलर को डिजिटल रिलीज कर दिया है. इस 2 मिनट 31 सेकेंड के ट्रेलर में दिखाया गया है कि कैसे मुसलमानों का ब्रेन वॉश करके उन्हें ह्यूमन बॉम्बर बनाया जाता है. ट्रेलर में ना केवल दिल दहला देने वाले सीन्स दिखाए गए हैं बल्कि कई ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया है जिस पर बवाल हो सकता है. 


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दिखाया गया काला सच
इस ट्रेलर में दुनिया के काले सच को दिखाया गया है. ट्रेलर में दिखाया गया है कि कैसे आतंकवादी लोगों का ब्रेन वॉश करते हैं और मासूम लोगों को दूसरों की जान लेने को मजबूर करते हैं. उनका मानना है कि अगर कोई इंसान अपनी जिंदगी को कुर्बान करता है तो खुदा उन्हें जन्नत में पनाह देते हैं.


 


 



 


 


 


धमाकों से गूंजा शहर
इस ट्रेलर में मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर हुए धमाकों को दिखाया गया है.साथ ही दिखाया गया है कि आतंकवादी लोगों का ब्रेन वॉश करने के लिए जेहाद शब्द का किस तरह से इस्तेमाल करते हैं. धमाकों के बाद ऐसे खौफनाक सीन्स है जो आपके रोगंटे खड़े कर देगा.
 


ट्रेलर पर विवाद


इस ट्रेलर को रिलीज करने की परमीशन सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन ने नहीं दी थी. उनका कहना है कि दर्शकों की संवेदनाओं का ख्याल रखते हैं. इसी वजह से ट्रेलर  को हरी झंडी नहीं दे सकते हैं. हालांकि सीबीएफसी के इस फैसले से '72 हूंरे' फिल्म के सह-निर्माता अशोक पंडित ने काफी नाराजगी जताई और कई बड़े आरोप भी लगाए. 
 


क्या कहा अशोक पंडित ने?


अशोक पंडित ने इस बारे में ई टाइम्स से बातचीत की. अपना नाराजगी जाहिर करते हुए कहा- 'कुरान और पशु कल्याण को लेकर इसे हटाने के लिए कहा गया है. लेकिन सवाल ये है कि ये एक नेशनल अवॉर्ड विनिंग फिल्म है. फिल्म को सेंसर ने सर्टिफिकेट जारी कर दिया है. लेकिन जब ट्रेलर में वही विजुअल्स है जो फिल्म में है तो उसे कैसे रिजेक्ट कर दिया.'