#Throwback : पंजाबी फिल्मों के नायक प्राण ने खलनायक बनकर कमाया बॉलीवुड में नाम
प्राण ने पंजाबी फिल्मों के एक्टर ने बॉलीवुड में खलनायक बनकर अपनी पहचान बनाई और मुकाम हासिल किया.
नई दिल्ली : प्राण कृष्ण सिकंद हिंदी सिनेमा के एक ऐसे चरित्र अभिनेता रहे जिनका हर किरदार खास है. पंजाबी फिल्मों के एक्टर ने बॉलीवुड में खलनायक बनकर अपनी पहचान बनाई और मुकाम हासिल किया. फिल्म जगत के मुख्य चेहरों में से एक रहे प्राण सिकंद ने 1940 से 2000 तक फिल्मों में अपना योगदान दिया.
पुरानी दिल्ली, ब्रिटिश भारत में 12 फरवरी 1920 में प्राण का जन्म हुआ. प्राण एक मिडिल क्लास परिवार से ताल्लुक रखते थे. 19 साल की उम्र में प्राण अपने करियर की शुरुआत करने लाहौर चले गये. उस वक्त भारत और पाकिस्तान एक था. 1940 में उन्हें फिल्म 'यमला जट' में काम करने का अवसर मिला. लाहौर में करीब 22 फिल्मों में काम करने के बाद जब 1947 में भारत और पाकिस्तान अलग हुआ तब प्राण को भारत वापस आना पड़ा. एक साल स्ट्रगल करने के बाद मशहूर लेखक और करीबी दोस्त 'सहादत हसन मंटो' की मदद से उन्हें भारत में फिल्म 'बांबे टॉकीज' मिली और तब शुरू हुआ प्राण का भारतीय सिनेमा में रोमांचक सफर.
किया यादगार फिल्मों में काम news
जहां प्राण ने नेगेटिव किरदार निभाए वहीं उन्होंने कुछ ऐसे पॉजिटिव रोल्स भी किये जिन्हें लोगों से बेहद प्यार मिला. फिल्म 'जंजीर' में अमिताभ बच्चन के साथ काम कर रहे प्राण ने पठान शेर खान का किरदार निभाकर जनता का दिल जीत लिया. वहीं 'अमर अखबर एंथनी', 'उपकार', 'विक्टोरिया 203', 'सनम बेवफा', 'कुदरत का कानून', 'सन्यासी', 'राम और श्याम', 'डॉन', 'दोस्ताना' जैसी हिट फिल्में कर वे फिल्म जगत का एक अहम चेहरा बन गए.
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जीते कई पुरस्कार
प्राण को 'बेईमान', 'उपकार' और 'आंसू बन गये फूल' जैसी हिट फिल्मों के लिये फिल्मफेयर ने तीन बार सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार से सम्मानित किया. यही नहीं उन्हें 1997 में फिल्मफेयर स्पेशल अवार्ड भी मिल चुका है. वहीं 2001 में भारत सरकार द्वारा प्राण सिकंद को 'पद्म भूषण' अवार्ड से सम्मानित किया गया था.
किरदार बन हमेशा रहेंगे अमर
2013 तक अपने फिल्मी करियर में और भी कई अवार्ड बटोर चुके प्राण ने 93 की उम्र में अपनी आखिरी सांस ली. करीब 400 फिल्में और अनगिनत अवार्ड पाकर प्राण हिंदी फिल्मों के लेजेंड बन चुके हैं जो हमेशा ही हमारे दिलों में अमर रहेंगे और हिंदी सिनेमा के इतिहास में जाने जाएंगे.
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