नई दिल्ली: बॉलीवुड को एक से बढ़कर एक रोमांटिक और मैलोडियस गाने देने वाले सिंगर उदित नारायण (Udit Narayan) की आवाज के दीवानों की आज भी कमी नहीं. अपनी आवाज के साथ अपने भोलेपन के लिए भी मशहूर इस सिंगर ने सिर्फ बॉलीवुड के अवॉर्ड्स ही नहीं जीते बल्कि लोगों के दिलों पर अपना नाम दर्ज किया. आज उदित नारायण अपने 64वां जन्मदिन मना रहे हैं. इस मौके पर जानते हैं उनके बारे में कुछ खास बातें...


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नेपाल में हुई पढ़ाई 
उदित नारायण का जन्म ऐसे परिवार में हुआ जिसका नाता भारत और नेपाल दोनों से था. उदित नेपाली परिवार में पैदा हुए और भारत के बिहार राज्य में इनका ननिहाल था. इस वजह से उदित को बॉलीवुड गीतों से बचपन से ही लगाव रहा. इसलिए नेपाल में अपने प्राथमिक शिक्षा के दौरान ही उन्होंने संगीत की शिक्षा लेना भी शुरु कर दिया. 



नेपाली फिल्म से डेब्यू
उदित नारयण ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत हिंदी नहीं बल्कि एक नेपाली फिल्म से की थी. इस फिल्म का नाम था 'सिंदुर', लेकिन इस फिल्म से उन्हें खास पहचान नहीं मिल सकी. जिसके बाद उदित साल 1978 में अपने सपनों को आंखों में सजाए लेकर मायानगरी मुंबई आ गए. यहां आकर उन्हें काफी मशक्कत के बाद अपनी पहली बॉलीवुड फिल्म 'उन्नीस-बीस' में गाने का मौका मिला. लेकिन इस फिल्म ने उन्हें सिर्फ काम दिया पहचान नहीं. 


आमिर खान के इस गाने ने बनाया स्टार
किस्मत के दरवाजे खुलने के लिए उदित नारायण को लंबा इंतजार करना पड़ा. लेकिन सब्र का फल मीठा होता है इसलिए उन्हें एक गाना ऐसा मिला जिसने उन्हें रातों रात स्टार सिंगर बना दिया. ये गाना था आमिर खान की डेब्यू फिल्म 'कयामत से कयामत तक' का 'पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा...' इस गाने के लिए उन्हें पहली बार सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक का फिल्मफेयर अवार्ड मिला. इसके बाद उन्होंने हिंदी सिनेमा के कई बेहतरीन संगीत निर्देशकों के साथ काम किया.



मिले इतने अवॉर्ड्स
उदित नारायण को जहां उनके श्रोताओं का लगातार प्यार मिलता रहा वहीं साल 2009 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री अवार्ड से भी नवाजा गया. यही नहीं उनकी खूबसूरत आवाज के कारण उन्हें 3 बार नेशनल अवार्ड दिलाया. उन्हें 5 बार फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला. गानों की संख्या की बात करें तो उदित नारायण अब तक 30 भाषाओं में तकरीबन 15 हजार गानों को अपनी आवाज दे चुके हैं.


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