Bollywood Films: गणपत, यारियां, तेजस हुईं फेल; लियो हिंदी डब ने कमाए इनके टोटल से ज्यादा, देखिए इस OTT पर
Leo On OTT: लगातार कहा जा रहा है कि साउथ की फिल्में बॉलीवुड पर भारी पड़ रही है. शाहरुख खान की पठान-जवान और सनी देओल की गदर 2 को छोड़ दें तो यह बात अब तक सही साबित हो रही है. एक बार फिर हिंदी फिल्में साउथ के मुकाबले संघर्ष कर रही हैं...
Tejas Box Office: शाहरुख खान की जवान के बाद एक बार फिर से बॉलीवुड के बॉक्स ऑफिस की हालत खस्ता है. बीते दो शुक्रवारों को चार फिल्में रिलीज हुईं. टाइगर श्रॉफ (Tiger Shroff) की गणपत और कंगना रनौत (Kangna Ranaut) की तेजस इनमें बड़े सितारों वाली फिल्में थी. जबकि यारियां 2 और 12वीं फेल पर भी फिल्म ट्रेड की नजरें थीं. परंतु चारों ही फिल्मों ने निराश किया. जबकि इसी बीच 19 अक्टूबर को तमिल फिल्म लियो (Leo Hindi Dubbed) का हिंदी वर्जन भी रिलीज हुआ. रोचक बात है कि इन चारों हिंदी फिल्मों ने अभी तक मिलकर जितना नहीं कमाया है, उससे ज्यादा कमाई अकेले दलपति विजय और संजय दत्त (Sanjay Dutt) स्टारर फिल्म के हिंदी डब वर्जन ने कर ली है.
कलेक्शन का हिसाब
रिलीज से लेकर 27 अक्टूबर के शुक्रवार तक लियो के हिंदी वर्जन की कुल कमाई 18 करोड़ से अधिक हो गई. शुक्रवार को भी इसने इसने 1 करोड़ का कारोबार किया था. फिल्म ट्रेड के मुताबिक लियो का हिंदी में कुल कारोबार 25 करोड़ से अधिक हो सकता है. अगर यह 30 करोड़ भी पार कर ले तो आश्चर्य नहीं होगा. वहीं हिंदी की बीते दो हफ्ते की चार फिल्मों का हाल देखें तो गणपत ने 9 करोड़, यारियां 2 ने दो करोड़, तेजस ने दो दिन में ढाई करोड़, 12वीं फेल ने दो दिन में साढ़े तीन करोड़ कमाए. इस तरह इन चार हिंदी फिल्मों की कुल कमाई 16 करोड़ के करीब होती है, जो लियो के हिंदी डब वर्जन से भी कम है. जबकि तमिल वर्जन ने अलग ही झंडे गाड़े हैं.
ओटीटी की रिलीज डेट
तमिल में लियो ने 10 दिन में दुनिया भर में 500 करोड़ का बिजनेस कर लिया है और अब इसके ओटीटी प्रीमियर की तैयारियां शुरू हो गई हैं. लोकेश कनगराज की इस फिल्म में दलपति विजय के साथ तृषा कृष्णन, संजय दत्त के साथ अनुराग कश्यप (Anurag Kashyap) का कैमियो रोल है. फिल्म के ओटीटी अधिकार नेटफ्लिक्स ने खरीदे हैं और नवंबर में फिल्म स्ट्रीम होने जा रही है. प्लेटफॉर्म ने फिल्म की रिलीज डेट फाइनल कर ली है और यह 21 नवंबर को स्ट्रीम होने लगेगी. उल्लेखनीय है कि लियो के हिंदी वर्जन को कई मल्टीप्लेक्स चेनों से इसलिए नहीं लगाया कि वे चाहते थे कि फिल्म जल्दी ओटीटी पर न आए. साउथ की फिल्में चार हफ्ते बाद ओटीटी पर आती हैं, जबकि बॉलीवुड फिल्मों को आठ हफ्ते इंतजार करना पड़ता है.