Sridevi Nagina Unknown Facts: बॉलीवुड में ऐसी कई फिल्में हैं जिनमें निर्देशक लेना किसी और को चाहते थे लेकिन आखिर में एंट्री किसी और की हो गई. खास बात ये कि वो फैसला बिल्कुल सही भी साबित हुआ. ऐसी ही एक फिल्म रही श्रीदेवी (Sridevi) की नगीना (Nagina). जो 1986 में रिलीज हुई और साल की दूसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी. लेकिन क्या आप जानते हैं कि फिल्म में इस रोल के लिए पहली पसंद जया प्रदा थीं. जिनसे श्रीदेवी का छत्तीस का आंकडा रहा.


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जया प्रदा ने ठुकरा दिया था ये रोल
कहा जाता है कि मेकर्स ने नगीना में नागिन का रोल पहले जया प्रदा को ही ऑफर किया था लेकिन उन्होंने इसे करने से इंकार कर दिया जिसके बाद ये रोल गया श्रीदेवी के पास जिन्हें फिल्म की कहानी और ये किरदार काफी दिलचस्प लगा लिहाजा उन्होंने इसे करने के लिए तुरंत हां कर दी. वैसे ये बात किसी से छिपी नहीं कि जया प्रदा और श्रीदेवी के बीच एक अनकही कोल्ड वॉर थी. 



खराब हो गई थीं श्रीदेवी की आंखें
ये किरदार काफी डिमांडिंग था. इमोशनली भी और फिजिकली भी. खासतौर से इस रोल का प्रभाव श्रीदेवी की आंखों पर पडा. नागिन के किरदार के लिए श्रीदेवी को लेंस पहनना पड़ता था. लेकिन लंबे समय तक लेंस पहनने से श्रीदेवी की आंखें खराब होने लगीं. परेशानी बढ़ने लगीं और डॉक्टर के इलाज से भी दिक्कत दूर नहीं हो रही थी. तब श्रीदेवी ने ऋषिकेश के नीलकंठ मंदिर में पहुंचकर ना सिर्फ महादेव के दर्शन किए बल्कि वहां अपनी आंखों के लिए मन्नत भी मांगी. मन्नत मांगते ही उनकी आंखें ठीक हो गईं जिसके बाद श्रीदेवी ने इस मंदिर में तीन कमरे श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए बनवाए जिन्हें आज भी श्रीदेवी की धर्मशाला के नाम से जाना जाता है. वहीं ये फिल्म जबरदस्त हिट रही और ये कैरेक्टर श्रीदेवी के करियर का आइकॉनिक किरदार बन गया.