नई दिल्ली: एक आउटसाइडर के लिए बॉलीवुड (Bollywood) में जगह बनाना आसान नहीं है और उस पर भी अगर वह आउटसाइडर पगड़ी पहनने वाला शख्स हो तो उसके लिए किरदारों की सीमा बंध जाती है. कुछ ऐसा ही हुआ बॉलीवुड के 'फुकरे' मनजोत सिंह (Manjot Singh) के साथ भी. 7 जुलाई को उनके जन्मदिन के मौके पर जानिए कुछ ऐसी ही बातें.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

नहीं जानते थे एक्टिंग की एबीसीडी भी
इसे मनजोत सिंह का कॉन्फिडेंस ही कहा जाएगा कि एक्टिंग की एबीसीडी भी न पता होने के बावजूद वे दिबाकर बनर्जी की फिल्म 'ओए लक्की! लक्की ओए!' के लिए ऑडिशन देने पहुंच गए थे. कास्टिंग डायरेक्टर के रिजेक्ट किए जाने के बावजूद फिल्म के डायरेक्टर को उनमें कुछ ऐसा नजर आया कि उन्हें फिल्म के लिए सेलेक्ट कर लिया गया. इससे पहले मनजोत ने कभी स्कूल में होने वाले ड्रामा तक में हिस्सा नहीं लिया था. अब बारी थी खुद को साबित किए जाने की. उन्हें एक हफ्ते की एक्टिंग की वर्कशॉप में अभय देओल जैसा बोलने, चलने व अन्य चीजें सीखने के लिए कहा गया. किसी को इमिटेट किया जाना मुश्किल जरूर था पर उन्होंने कर दिखाया और फिल्म में उनके किरदार को पसंद किया गया. 



सिमट गए किरदार 
'ओए लक्की! लक्की ओए!' के बाद मनजोत सिंह 'उड़ान', 'फुकरे', 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर' और 'ड्रीमगर्ल' जैसी फिल्मों में नजर आए. इन फिल्मों के अलावा भी उन्होंने बहुत सारी फिल्में की हैं. हर फिल्म में उनके स्वीट से किरदार को पसंद जरूर किया गया पर वे अपनी बॉलीवुड में अपनी उड़ान से ज्यादा खुश नहीं थे. मनजोत का मानना है कि पगड़ी पहनने के कारण उनकी इमेज सिर्फ कॉमेडी कैरेक्टर्स तक सिमट कर रह गई है, जबकि वे दूसरी तरह के किरदार भी निभाना चाहते हैं. वे सरदारों के लिए बनी धारणा को तोड़ना चाहते हैं. वे बॉलीवुड में साबित करना चाहते हैं कि एक सरदार लोगों को हंसाने के अलावा कभी आंसू भी बहा सकता है और प्यार भी कर सकता है.



टीवी पर भी जमाई धाक
मनजोत सिंह बॉलीवुड के साथ ही टीवी और वेब सीरीज में भी सक्रिय हैं. 2010 में 'फियर फैक्टर - खतरों के खिलाड़ी लेवल 3' में कंटेस्टेंट के तौर पर नजर आने वाले मनजोत ने 'व्हॉट्स योर स्टेटस' और 'कॉलेज रोमांस' में भी काम किया था. एमेजॉन प्राइम की वेबसीरीज 'मेड इन हेवेन' में जोगिंदर सेठी के किरदार ने उन्हें खासी लोकप्रियता हासिल करवाई थी.


एंटरटेनमेंट की और खबरें पढ़ें