नई दिल्ली: अभिनेत्री कंगना रनौत ने जायरा वसीम के अभिनय छोड़ने के निर्णय में बात करते हुए कहा कि कोई भी धर्म व्यक्ति को सशक्त करता है न की उसे सशक्त होने से रोकता है. अपनी आने वाली फिल्म 'जजमेंटल है क्या' के गाने 'वखरा स्वैग' की लॉन्चिंग पर मीडिया से बात करते हुए कंगना ने रविवार को यह बात कही. 


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उनके साथ फिल्म के सह-कलाकार राजकुमार राव, निर्माता एकता कपूर, लेखिका कनिका ढिल्लन, कोरियोग्राफर बॉस्को मार्टिस और निर्देशक प्रकाश कोवेलामुदी भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे.



'दंगल' फिल्म से सफलता प्राप्त करने वाली जायरा वसीम ने पिछले महीने सोशल मीडिया पर यह घोषणा की थी कि वह अभिनय के क्षेत्र को छोड़ रही हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि यहा उनके ईमान के साथ लगातार हस्तक्षेप करता है और धर्म के साथ उसके रिश्ते को खतरे में डालता है.


कश्मीरी अभिनेत्री के धर्म के चलते अभिनय छोड़ने के फैसले पर कंगना ने पूछा जाने पर कहा, "मुझे लगता है कोई भी धर्म आपको सशक्त करता है और यह आपकों स्वतंत्र और आत्मविश्वासी बनने में मदद करता है. यह आपके जीवन को पूर्ण करता है और अगर आपको लगता है कि आपका जीवन पूर्ण है, तो इसके अलावा भी आपके आस-पास बहुत सारा काम करने को है."



उन्होंने कहा, "लोगों को कोशिश करनी चाहिए कि वह अपने परिवार और दोस्तों की मदद करें. ऐसा करने के लिए बहुत सी चीजें हैं, इसलिए हमें अपने आस-पास के वातावरण को पूरा करने का प्रयास करना चाहिए."


कंगना ने कहा, "अनिवार्य रूप से, किसी भी धर्म की मूलभूत आवश्यकता आपको सशक्त बनाना है, न कि आपको अलग करना." अपनी फिल्म 'जजमेंटल है क्या' के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि हमने इस फिल्म को कला के क्षेत्र में समझौता किए बिना बहुत समझदारी से बनाया है."


उन्होंने कहा, "इसलिए मुझे लगता है कि एक कलाकार होने और असंवेदनशील होने के बारे में रोने वाले लोग सिर्फ ऐसे लोग हैं जो अपनी कारीगरी को संभालना नहीं जानते हैं. मुझे लगता है कि आप विचारशील हो सकते हैं फिर भी आप कलाकार रूप से परिष्कृत फिल्में दे सकते हैं."  कंगना रनौत की आगामी फिल्म 'जजमेंटल है क्या' 26 जुलाई को रिलीज होगी.


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