18वीं लोकसभा के पहले सत्र में राहुल गांधी ने एक बार फिर अग्निवीर का मुद्दा जोर-शोर से उठाया. उन्होंने लुधियाना के अजय कुमार का जिक्र भी किया जिनकी अग्निपथ योजना के तहत सेना में भर्ती हुई थी और जनवरी 2024 में एक बारूदी सुरंग विस्फोट में मौत हो गई. ये मामला देखते ही देखते इतना बढ़ गया कि एक बार फिर अग्निपथ योजना को लेकर बहस होने लगी. इस बीच मंडी से सांसद और एक्ट्रेस कंगना रनौत ने इस योजना का सपोर्ट किया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

गुरुवार को कंगना रनौत ने अग्निवीर योजना के समर्थन में ट्वीट किया. उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि अगर उन्हें भी ये मौका मिला होता तो उन्हें पर्सनैलिटी और केरेक्टर को बेहतर बनाने में मदद मिलती. अब कंगना का ट्वीट पढ़कर यूजर्स का रिएक्शन भी आने लगा. 


कंगना रनौत ने किया अग्निवीर योजना का सपोर्ट
पहले बताते हैं आखिर कंगना रनौत ने क्या कहा. तो एक्ट्रेस ने लिखा, 'मैं पूरी तरह से सहमत हूं. मैं भी छोटे से गांव से आती हूं. मुझ में भी तब कॉन्फिडेंस नहीं था. मैंने भी वो सब चुनौतियां फेस की है जो गांव से आने वाले और सरकारी हिंदी मीडियम क्लास के बच्चे फेस करते हैं. मगर आर्मी में कुछ समय सर्विस करना काफी शानदार होता. बेशक थोड़े ही समय के लिए काम किया होता. इससे पर्सनैलिटी और कैरेक्टर के साथ साथ डिसिप्लिन आता है. साथ ही सोल्जर बनने का मौका भी मिल सकता था. बस फिर तो दुनिया जीतने के लिए और क्या ही चाहिए होता है. कल्पना कीजिए, आपको इतनी ट्रेनिंग के लिए भुगतान भी किया जा रहा है. काश मुझे भी ये मौका तब मिला होता. मैं भी ट्रेंड हो पाई होती एक सोल्जर की तरह. मेंटली, इमोशनल और फिजिकली मजबूत होती. सोचो #अग्निवीर योजना.'



कंगना के कमेंट पर रिएक्शन
अब कंगना रनौत के इस पोस्ट के बाद यूजर्स के धड़ल्ले से कमेंट्स आने शुरू हो गए. एक यूजर ने लिखा, 'चार साल बाद क्या? 'सो कोल्ड सोल्जर' क्या आपके घर के बाहर गार्ड की नौकरी करेंगे?' इस कमेंट पर कंगना ने दोबारा रिप्लाई किया और कहा कि प्राइवेट गार्ड बनने में क्या गलत है? 


'कल्कि 2898 AD' की तूफानी कमाई और टल गई अजय देवगन की 'औरों में कहां दम था' फिल्म, अब एक्सपर्ट्स ने बताया कारण


 


कंगना रनौत ने यूजर्स को दिए जवाब
उन्होंने आगे कहा, 'कोई भी नौकरी छोटी बड़ी नहीं होती है. यहां तो सीआरपीएफ और बीएसएफ में उन्हें रिजर्वेशन भी मिलेगा. आप लोग उन्हें अपमानित करना बंद करें. यूनिवर्सिटी टॉपर होकर लोग सड़क पर खड़े होकर डोसा या बिरयानी बेच सकते हैं और अपने टेलेंट के हिसाब से करोड़ों रुपये हर महीने कमा रहे हैं. कोई भी काम छोटा बड़ा नहीं होता. ये तो आपकी क्षमता पर निर्भर करता है. ये बात आपने सही कही कि खुद की सिक्योरिटी कंपनी खड़ी करना भी एक अच्छा ऑप्शन है.'