#MeToo अभियान से फिल्म इंडस्ट्री का भला होगा : श्रीराम राघवन
कहा इंडस्ट्री के लोगों के पास नहीं है कोई चारा, इसलिए कसूर साबित होने तक प्रोजेक्ट से निकालना ही उपाय
नई दिल्ली.फिल्ममेकर श्रीराम राघवन का कहना है कि मी टू अभियान को इस बात का श्रेय जाना चाहिये कि अब लोग महिलाओं के इर्द-गिर्द होने पर भी अपनी हदों में रहेंगे. राघवन का कहना है कि यह एक बहुत दिलचस्प घटना है और देश में भी इसकी शुरूआत हो चुकी है तथा समय के साथ इसमें और तेजी आएगी.
राघवन ने भाषा से कहा, ‘कई साल पहले इसे तवज्जो नहीं दी जाती थी लेकिन अब ऐसा नहीं रहा. जो चीजें हो रही है, वह जरूरी चीज है और इससे फिल्म उद्योग का भला होगा. इससे महिलाओं के साथ ऐसी चीजें करने वालों पर लगाम लगेगी.’
‘अंधाधुन’ फिल्म के निर्देशक के मुताबिक, सबसे जो महत्वपूर्ण है कि कई सारी महिलाएं सामने आ रही हैं लेकिन ये ऐसी कहानियां है जिसने उन सबको झकझोर डाला है. फिल्मकार ने कहा कि यौन दुराचार करने के आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू होने तक, ऐसे लोगों को परियोजना से बाहर भी किया जाने लगा है. यह अच्छेे संकेत हैं.
उन्होंने कहा, ‘जांच के बाद सत्य सामने आने तक, हॉलीवुड में कलाकारों को बदल दिया गया. यहां भी लोग उस तरह की उम्मीद कर रहे हैं. (प्रोजेक्ट से बाहर करने के अलावा) और क्या समाधान है.’
बता दें कि 'अंधाधुन' के तीनों ही कलाकार फिल्म में जबरदस्त अंदाज में नजर आए हैं और कलाकारों की एक्टिंग को खूब पसंद भी किया जा रहा है. फिल्म में आयुष्मान खुराना पियानो टीचर की भूमिका में हैं, जो देखने में सक्षम नहीं हैं यानी वे एक दिव्यांग का रोल प्ले कर रहे हैं. वहीं, तब्बू भी बड़े ही सस्पेंस रोल में नजर आ रही हैं. श्रीराम राघवन की इस सस्पेंस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया हुआ है. दो सप्ताह से यह सारी फिल्मों को पीछे छोड़कर टॉप पर बनी हुई है.