नई दिल्ली: संसद में पश्चिमी परिधान पहनकर जाने को लेकर सोशल मीडिया पर आलोचनाओं का शिकार बनीं तृणमूल कांग्रेस की नवनिर्वाचित सांसद मिमी चक्रवर्ती ने कहा कि 'वह ज्यादा बोलने में नहीं बल्कि करने' में यकीन करती हैं. उन्होंने ऑनलाइन ट्रोल्स को यह कहते हुए नकार दिया कि ऐसे लोगों के पास करने के लिए कुछ और नहीं है.


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फिल्मों से राजनीति में आई बंगाली अभिनेत्री को एक अन्य अभिनेत्री से राजनेता बनीं नुसरत जहां के साथ संसद के सामने पश्चिमी परिधान पहने तस्वीरें पोस्ट करने पर बुरी तरह से ट्रोल किया गया. मिमी ने सोमवार को जहां को टैग करते हुए ट्वीट किया, "और हम फिर से..संसद में नुसरत जहां का पहला दिन." तस्वीर में दोनों अपना पहचान पत्र दिखाते नजर आ रही हैं.


 



मिमी ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि उन्हें लोगों का भरपूर प्यार मिला है. उन्होंने कहा, "अगर एक महिला सांसद के कपड़ों की पसंद तीखी बहस का विषय बन जाती है, तो महिला सशक्तीकरण की सभी बातें बकवास हैं. लोग सिर्फ समानता की बात करना पसंद करते हैं, लेकिन उनके लिए कोई भी बदलाव देखना मुश्किल है." मिमी ने कहा कि यह खुशी की बात है कि 2019 में लोकसभा में बड़ी संख्या में महिलाएं होंगी. उन्होंने कहा, "हम 33 प्रतिशत महिला प्रतिनिध्तिव के लिए लड़ाई जारी रखेंगे. मुझे खुशी है कि तृणमूल ने इस चुनाव में 41 प्रतिशत महिला उम्मीदवारों को उतारा."


आलोचना को नजरअंदाज करते हुए मिमी ने कहा कि वह संसद में अपने काम करने का इंतजार कर रही हैं और उन्होंने पहले ही तय कर लिया है कि उन्हें किन क्षेत्रों पर फोकस करना है. उन्होंने कहा कि जल समस्या दूर करने पर ध्यान देना उनकी प्राथमिकता होगी क्योंकि नलकूप और अन्य स्रोत तेजी से सूख रहे हैं. जादवपुर से सांसद चुनी गईं मिमी को ऑनलाइन यूजर्स द्वारा यह कहकर निशाना साधा गया कि संसद किसी फिल्म का सेट नहीं है, जबकि अन्य ने उन्हें नाटक नहीं करने और बंगाल को शर्मिदा नहीं करने की सलाह तक दे डाली.