नई दिल्ली: राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेत्री नीना गुप्ता का कहना है कि उन्हें अपनी सार्वजनिक छवि और निजी जीवन के कारण अपने करियर के शुरुआती दिनों में केवल नकारात्मक भूमिकाएं ही मिलीं. अभिनेत्री ने शनिवार रात एक्ट फेस्ट के दौरान अभिनेता रजित कपूर के साथ चर्चा करते हुए कहा, "मुझे अपनी सार्वजनिक छवि की वजह से बतौर अभिनेत्री भुगतना पड़ा, इसलिए मुझे लगता है कि सिनेमा में भूमिकाएं पाने के लिए लोगों की आंखों में एक खास तरह की छवि बनाए रखना महत्वपूर्ण है."


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उन्होंने कहा, "समाज आज भी नहीं बदला है और यही कारण है कि मैं सभी स्ट्रगलिंग एक्ट्रेस को विशेष रूप से बताना चाहती हूं - अपने पेशेवर स्थान पर बहुत स्पष्ट मत बनो. मैं भुगत चुकी हूं."



वर्ष 1982 में फिल्म 'गांधी' से अपने करियर की शुरुआत करते हुए, नीना ने 'जाने भी दो यारों', 'खलनायक', 'मंडी' जैसी कई फिल्मों में अभिनय किया. हाल के दिनों में, फिल्म 'बधाई हो' में उनके प्रदर्शन को काफी सराहा गया.


बता दें कि बीते साल में रिलीज हुई नीना गुप्ता की फिल्म 'बधाई हो' ने 200 करोड़ का आंकड़ा पार किया था, जिसके कारण वह साल की बड़ी फिल्मों में शुमार है. इस फिल्म की कहानी के केंद्र में नीना गुप्ता थीं, फिल्म में सीनियर एक्ट्रेस सुरेखा सीकरी भी मुख्य किरदार के रूप में नजर आई थीं. इस फिल्म में लीड हीरो आयुष्मान खुराना थे जिनके अपोजिट सान्या मल्होत्रा थीं. 



यह फिल्म एक ऐसे विषय पर आधारित थी जो बॉलीवुड में कम ही उठाए जाते हैं. नीना ने फिल्म में काफी बड़ी उम्र में प्रेग्नेंट होने वाली महिला का किरदार निभाया था. वह आयुष्मान खुराना की मां की भूमिका में काफी पसंद की गई थीं. 


इनपुट आईएएनएस से 


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