To Kill A Tiger Nisha Pahuja: 96वें अकादमी अवॉर्ड्स के विनर्स के नाम सामने आ गए हैं. ऑस्कर 2024 का ग्रैंड लेवल पर लॉस एंजलिस में हुआ, जहां दुनियाभर के सितारे एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के मोस्ट पॉपुलर अवॉर्ड नाइट में शामिल होने के लिए पहुंचे थे. इस साल भारत की किसी फिल्म को ऑस्कर 2024 में जगह नहीं मिली था. लेकिन दिल्ली में जन्मीं निशा पाहुजा (Nisha Pahuja), जो फिलहाल टोरंटो में रहती हैं, उनकी डॉक्यूमेंट्री 'टू किल ए टाइगर' जरूर अकादमी अवॉर्ड्स के लिए नॉमिनेट हुई थी. ऐसे में भारतीयों की नजर निशा पाहुजा की 'टू किल ए टाइगर' पर टिकी हुई थीं.   


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'टू किल ए टाइगर' की कहानी है इंडियन!


निशा पाहुजा (Nisha Pahuja Documentry) की डॉक्यूमेंट्री 'टू किल ए टाइगर' साल 2024 के ऑस्कर के लिए कनाडा से नॉमिनेट हुई थी, लेकिन इस डॉक्यूमेंट्री की कहानी भारतीय थी. 'टू किल ए टाइगर' (To Kill A Tiger) में एक शख्स की कहानी दिखाई गई है, जो झारखंड का रहने वाला है. शख्स की 13 साल की बेटी का 3 लोग यौन उत्पीड़न करते हैं. जिसके बाद शख्स पुलिस के पास जाता है, पुलिस भी आरोपियों को पकड़ लेती है लेकिन गांव वालों के दबाव और पॉलिटिशियन शख्स पर केस वापस लेने का दबाव बनाते हैं.  


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निशा पाहुजा का इंडियन कनेक्शन 


निशा पाहुजा (To Kill A Tiger Nisha Pahuja) का जन्म भारत के दिल्ली शहर में हुआ था. आज वह कनाडा के टोरंटों में रहती हैं और फिल्मों का निर्माण करती हैं. रिपोर्ट्स की मानें तो बेहद कम उम्र में ही निशा पाहुजा अपने पैरेंट्स के साथ कनाडा शिफ्ट हो गई थीं. फिर उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत कनाडाई फिल्ममेकर जॉन वॉकर और अली काजिमी के साथ एक रिर्सचर के तौर पर की थी. निशा पाहुजा के वर्कफ्रंट की बात करें तो 'टू किल ए टाइगर' से पहले वह 'द वर्ल्ड बीफॉर हर', 'बॉलीवुड बाउंड और डायमंड रोड' जैसी पॉपुलर डॉक्यूमेंट्री बना चुकी हैं. 


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