Sharda Sinha Chhath Geet: शारदा सिन्हा के गीत `केलवा के पात पर` के बिना अधूरी है छठ पूजा
Sharda Sinha Chhath Puja popular Geet: शारदा सिन्हा के गीतों से बिना छठ पूजा का पर्व अधूरा माना जाता है. शारदा सिन्हा का गीत `केलवा के पात पर उगेलन सुरुज मल झांके झुके` छठ पूजा के महत्व का बताता है.
Sharda Sinha Best Chhath Geet: हिंदू धर्म में छठ पूजा का खास महत्व है. छठ का त्योहार हर साल कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से शुरू होता है और सप्तमी तक चलता है. इस साल यानी 2023 में छठ पूजा 17 नवंबर से शुरू होगी और समापन 20 नवंबर को होगा. छठ पर्व के मौके पर यूं तो हर साल ना जाने कितने नए गीत रिलीज होते हैं, लेकिन कुछ गीत ऐसे हैं सालों साल इस मौके पर चलते रहते हैं.
ऐसा ही एक गीत क्लासिकल और फोक सिंगर शारदा सिन्हा का है. मैथिली और भोजपुरी गीतों के लिए मशहूर शारदा सिन्हा ने यूं तो छठ पर्व के लिए बहुत से गाने गए हैं, लेकिन उनके एक गीत के बिना यह उत्सव अधूरा सा लगता है. शारदा सिन्हा के इस गीत के बिना इस त्योहार की चमक फीकी सी लगती है. शारदा सिन्हा का यह छठ गीत है- 'केलवा के पात पर उगेलन सुरुज मल झांके झुके.'
शारदा सिन्हा के छठ गीत हैं पॉपुलर
छठ के दौरान प्रसाद बनाते, खरना के समय, अर्घ्य देने के लिए जाते हुए, अर्घ्य दान के समय और घाट से घर लौटते हुए कई खूबसूरत लोकगीत गाए जाते हैं. शारदा सिन्हा का यह पारंपरिक गीत छठ पर्व का महत्व बताता है.
बता दें कि छठ पूजा चतुर्थी को नहाय खाय से शुरू होती है. पंचमी को खरना होता है. षष्ठी को डूबते सूर्य को अर्घ्य और सप्तमी को उगते सूर्य को जल अर्पित किया जाता है. इसी के साथ छठ का व्रत पूरा होता है. छठ के दौरान सूर्य और छठी मैय्या की पूजा की जाती है.