स्मृति ईरानी ने दीपिका पादुकोण को JNU मामले पर सुनाई खरी-खरी, पूछ लिया बड़ा सवाल
स्मृति ने एक कार्यक्रम में कहा कि जिसने भी ये खबर (दीपिका जेएनयू गई थीं) पढ़ी, वह यह जानना चाहेगा कि ऐसे प्रदर्शनकारियों के बीच वह क्यों गईं? यह हैरानी की बात है कि वह उन लोगों के साथ खड़ी हुईं, जो भारत के टुकड़े करना चाहते हैं.
नई दिल्ली : बॉलीवुड स्टार दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) की फिल्म 'छपाक' आज (10 जनवरी) रिलीज हो गई है. रिलीज से पहले 'जेएनयू' जाकर दीपिका ने सबको हैरान कर दिया था. दीपिका जेएनयू में मौजूद थी तो उनके सामने ही देश को तोड़ने वाले नारे लगे. हालांकि दीपिका ने वहां कोई बयान नहीं दिया, लेकिन वह चुपचाप वहां शिरकत करके लौट गईं. इसी मामले को लेकर अब स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने दीपिका पर निशाना साधा है.
स्मृति ने एक कार्यक्रम में कहा कि जिसने भी ये खबर पढ़ी, वह यह जानना चाहेगा कि ऐसे प्रदर्शनकारियों के बीच वह क्यों गईं? यह हैरानी की बात है कि वह उन लोगों के साथ खड़ी हुईं, जो भारत के टुकड़े करना चाहते हैं. वह उनके साथ खड़ी हुईं, जो एक महिला की विचारधारा से अहसमत होने पर उसके प्राइवेट पार्ट्स पर लात मारते हैं. भारत तेरे टुकड़े होंगे कहने वालों के साथ वह खड़ी होना चाहती हैं तो यह उनका अधिकार है. वो ऐसे करें. स्मृति ने यहां यह भी कहा कि उन्होंने अपना राजनीतिक झुकाव 2011 में ही साफ कर दिया था, जब उन्होंने कांग्रेस पार्टी का सपोर्ट किया था और राहुल गांधी का पीएम पद के लिए सपोर्ट किया था.
बता दें कि दीपिका पादुकोण मंगलवार शाम जेएनयू में पहुंची थीं और कन्हैया कुमार व अन्य छात्रों के प्रोटेस्ट में शामिल हुई थीं. यहां उन्होंने JNU की अध्यक्ष आइशी घोष से भी मुलाकात की. यहां दीपिका छात्रों के समर्थन में करीब 10 मिनट तक मौजूद रहीं, लेकिन उन्होंने कोई बयान नहीं दिया.यहां दीपिका ने कन्हैया कूमार और जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष से बातचीत भी की. इस दौरान दीपिका के सामने ' हमको चाहिए आजादी' के नारे भी लगे, दीपिका चुपचाप समर्थन दिखा कर निकल गईं. दीपिका के जेएनयू से जाने के बाद #BoycottChhapaak ट्रेंड करने लगा. इस हैशटैग के साथ लोग ट्वीट करने लगे कि उन्होंने देश को तोड़ने वाली ताकतों का समर्थन किया है. वह भी चाहती हैं देश के टुकड़े हो जाएं.
वैसे दीपिका ने जेएनयू में हुए हमले पर अपनी प्रतिक्रिया भी दी थी. उन्होंने कहा था कि यह देखकर मुझे गर्व होता है कि हम अपनी बात कहने से डर नहीं हैं. यह देखकर खुशी होती है कि लोग सामने आ रहे हैं और बिना किसी खौफ के अपनी आवाज उठा रहे हैं. दीपिका ने कहा कि यह जरूरी है कि लोग चुप न रहें, खुलकर अपने विचार व्यक्त करें.