तनुश्री दत्ता के वकील ने 40 पेज के कागजात किए पेश
महिला आयोग को जमा किए गए यह दस्तावेज ला सकते हैं नया मोड़
नई दिल्ली. बॉलीवुड एक्ट्रेस तनुश्री दत्ता और नाना पाटेकर विवाद के बाद से पूरे देश में एक अलग ही माहौल खड़ा नजर आ रहा है. वहीं तनुश्री को अब बॉलीवुड और इंडस्ट्री के बाहर से भी भरपूर सपोर्ट मिल रहा है. हाल ही में खबर आई थी कि नाना पाटेकर ने तनुश्री दत्ता को कानूनी नोटिस भेजा है. लेकिन अब इस मामले में एक नया मोड़ सामने आया है. अब तनुश्री के वकील ने मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र के महिला आयोग को 40 पेज का पुलिंदा पेश किया है.
इस 40 पेज के दस्तावेज में रिपोर्ट में 2008 में दायर पुलिस रिपोर्ट और अन्य फिल्म निकायों के बाद के पत्राचार में उनकी पिछली शिकायत शामिल है. लेकिन इन पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. इसलिए अब तनुश्री के वकील ने यह सब पुराने और नए कागजात एक साथ महिला आयोग को सौंपे हैं. एएनआई की खबर के मुताबिक यह डॉक्यूमेंट वकील ले महाराष्ट्र के राज्य महिला आयोग के सामने प्रस्तुत किए हैं.
बता दें कि इस मामले में कुछ ही दिन पहले प्रोड्यूसर समी सिद्दीकी के वकील किशोर गायकवाड़ के ने कहा था कि 10 साल बाद तनुश्री इस मामले को क्यों हवा दे रही हैं, और उस वक्त 2008 में गोरेगांव पुलिस स्टेशन में जब तनुश्री के परिवार द्वारा एफआईआर दर्ज किया गया था, तो उस वक्त ये पूरी घटना का जिक्र क्यों नहीं किया गया. तो अब यह जानना जरूरी है कि उस समय तनुश्री की रिपोर्ट में क्या दर्ज था.
Here is a video footage of goons attacking
— Abhi
2008 में हुई इस एफआईआर का नंबर 179/2008 है. यह गोरोगांव पुलिस स्टेशन में दर्ज हुई थी, यह 26 मार्च 2008 की घटना को लेकर दर्ज की गई. जिसमें आरोपियों में एक चैनल की लेडी पत्रकार और कैमरामैन का नाम है, घटना का जिक्र लेकिन मोलेस्टेश का जिक्र नहीं. आरोपी वाले लिस्ट में नाना पाटेकर, गणेश, प्रोड्यूसर समी सिद्दीकी, डायरेक्टर राकेश सारंग का जिक्र कही नहीं है, लेकिन घटना के जिक्र में सभी का नाम है. ये एफआईआर तनुश्री के पिता पीडी दत्ता ने फाइल की थी. उसमें डिटेल है कि तनुश्री के पिता को फोन आया, सेट पर प्रॉब्लम है ये बताया गया और तनु से भी उनकी बात होती है. तनु वहां हुए घटना के बारे में बताती है. उनके पिता ने बताया कि फिल्म 'ओके हॉर्न प्लीज' के शूटिंग के दौरान गाने के शूट में नाना पाटेकर के साथ होनेवाले डांस के सीन तनू को न पसंद होने से उसने सीन करने से इनकार दिया. सीन इंटिमेट थे और उसके बाद वह कोरियोग्राफर गणेश आचार्य के पास जाती हैं, उसे चेंज करने कहती है. गणेश कहते हैं कि यह सीन आपको करना ही होगा. उसके बाद शूटिंग बंद हो गई.
तनु गुस्से से सेट छोड़कर वेनिटी वैन मे चली जाती हैं. पता चलता है कि शूटिंग रुक गई है. उनके पिता को बताया गया कि नाना पाटेकर वहां से चले गए, तनु और पिता वैनिटी के बाहर आते हैं. गाड़ी से बाहर निकलते हैं. 15 से 20 मीडियाकर्मी कार को घेर लेते हैं और शूट करना चाहते हैं. काँच तोड़ते हैं. यह सब एफआईआर मे मेंशन है. इसमें 141, 143, 144, 145, 147, 504, 323 और दूसरे सेक्शन यानी RIOTING और मारपीट से संबंधित मामला छोड़ मोलेस्टेशन का मामला दर्ज नहीं किया गया, मोलेस्टेशन की बात नहीं.
हालांकि इस एफआईआर के अलावा भी वकील ने इन दस्तावेजों में कई कागज जमा किए हैं इन कागजों में अलग अलग संस्थाओं में की सभी शिकायतें और इसके साथ ही उस समय हुए मीडिया कवरेज की कॉपी भी शामिल हो सकती हैं.