एंड टीवी पर प्रसारित होने वाला कॉमेडी शो 'भाभी जी घर पर हैं' घर-घर लोगों द्वारा इतना पसंद किया जा रहा है कि इस सीरियल के हर किरदार से लोगों को प्यार हो गया है। फिर बात चाहे अंगूरी की मासूमियत की हो, सक्सेना के पागलपन की या फिर विभूति नारायण के नल्लेपन की। विभूति नारायण का किरदार निभा रहे आसिफ शेख इससे पहले भी यस बॉस, ये चंदा कानून है जैसे कॉमेडी शोज़ में अपने-अपने अलग किरदारों द्वारा लोगों का खूब मनोरंजन कर चुके हैं। अब विभूति के किरदार में लोगों को उनका 'नल्लापन' काफी पसंद आ रहा है। इस सीरियल और उनके काम में इतना सेलेक्टिव होने को लेकर संवाददाता ज्‍योति चाहर ने खास बातचीत की। पेश हैं इस खास बातचीत के प्रमुख अंश-


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस रोल के लिए जब ऑफर किया गया, तब आपकी क्या रिएक्शन थी?
इस सीरियल के लेखक मनोज संतोषी ने मुझे दिमाग में रखकर ही ये रोल सोचा था और लिखा था। डेढ़ साल पहले जब इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू हुआ था, मैं तब से इसके साथ जुड़ा हुआ हूं। सारा काम पूरा हो जाने के बाद फिर हमने इस सीरियल के लिए कास्टिंग शुरू की।


क्या तब आपने सोचा था कि ये सीरियल इतना बड़ा हिट जाएगा?
ये सीरियल इतना बड़ा हिट होगा, ये हमने कभी सोचा नहीं था। लेकिन इतना ज़रूर सोचा था कि इस सीरियल में कुछ अच्छा किया जा सकता है। अब देखिए इसे दर्शकों से कितना ज़्यादा प्यार मिल रहा है।


शूटिंग के समय सेट पर कैसा माहौल रहता है?
सेट पर कई बार हम लोग हंसते-हंसते गिर जाते हैं। इसी चक्कर में हमारे कई रीटेक हो जाते हैं। मैं तो इतना हंसता हूं कि डायरेक्टर काफी बार चिढ़ जाता है और बोलता है कि आसिफ भाई एक शॉट ही दे दो यार। खासतौर पर जब हप्पू सिंह आता है, तब तो मेरी हंसी ही नहीं रुकती।


सेट पर खाली वक्त में क्या करते हैं?
लंच ब्रेक में हम सभी यानि पूरी यूनिट एक साथ बैठकर खाना खाते हैं। लंच में कोई अपने घर से कुछ बनवा कर लाता है तो कोई कुछ, यकीन मानिये टीम के साथ एक साथ खाना खाने में बड़ा मजा आता है। भाभी जी.. की पूरी टीम काफी अच्छी है। सभी अच्छे एक्टर होने के साथ-साथ काफी अच्छे इंसान भी हैं, तो सेट पर काफी मजा आता है। फिर सीन शूट करने से पहले रिहर्सल रुम में आकर हम रिहर्सल करते हैं।


ये सीरियल देखने के बाद आपकी फैमिली का क्या रिएक्शन था, खासतौर पर आपकी बेटी का?
मेरी फैमिली को मेरा ये शो बहुत पसंद है। मेरी बेटी तो ये शो देखकर बहुत हंसती है और कहती है, पापा यू आर सो चीप। अगर कभी मैं रात को घर जल्दी आ जाता हूं तो बच्चे बोलते हैं कि पापा साथ मिलकर शो देखते हैं। वैसे इससे पहले मेरे बच्चों ने मेरा कोई शो नहीं देखा है, पर ये सीरियल उन्हें काफी पसंद आ रहा है।


कोई एक ऐसा रोल, जिसे करने की बड़ी ख्वाहिश रही हो?
विभूति का रोल ऐसा है, जो बहुत कम लोगों को ही करने को मिलता है। ड्रीम रोल जैसा कुछ तो मैंने कभी सोचा नहीं। मैं हर तरह के रोल करना चाहता हूं। भाभी जी..के पहले एपिसोड से लेकर अभी तक आपने देखा होगा कि मैं कितने अलग-अलग तरह के रोल कर चुका हूं। विभूति के रोल में काफी शेड्स हैं। ये एक ऐसा रोल है, जिसे मैं अपनी पूरी लाइफ कर सकता हूं।


आप अपने काम को लेकर सेलेक्टिव रहते हैं। कोई खास वजह?
मैं सिर्फ अच्छा काम करना चाहता हूं। आपके काम का कुछ मतलब होना चाहिए है। मेरे लिए काम सबसे पहले आता है, पैसा बाद में। अगर रोल मुझे चुनौतीपूर्ण या मजेदार लगता है , तो मैं ज़रूर करता हूं, फिर मैं पैसा नहीं देखता। मैं टीवी में 6-8 महीने काम करके छोड़ देता हूं फिर मैं तीन चार महीने थियेटर करता हूं। इससे मुझे ताज़गी मिलती है, फिर मैं टीवी में वापसी करता हूं और बेहतर तरीके से कर पाता हूं।


भविष्य के लिए कोई प्लान बनाया है?
मैं अपनी आखिरी सांस तक सिर्फ और सिर्फ एक्टिंग ही करना चाहता हूं। एक्टिंग मेरा शौक है, मेरा प्यार है। मुझे एक्टिंग करने में बड़ा मजा आता है।