Bollywood Retro: बॉलीवुड के मशहूर एक्टर, डायरेक्टर और प्रोड्यूर सुनील दत्त ने अपनी हर भूमिका में शानदार प्रदर्शन किया और दर्शकों और आलोचकों से सराहना हासिल की. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक समय ऐसा भी था, जब सुनील दत्त को अपनी जिंदगी के सबसे मुश्किल दौर का सामना करना पड़ा था. उनकी परफेक्शन की आदत के कारण उनका पूरा बैंक बैलेंस खत्म हो गया था.


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1971 में सुनील दत्त और वहीदा रहमान अभिनीत फिल्म 'रेशमा और शेरा' मूल रूप से सुखदेव द्वारा निर्देशित थी. हालांकि, दिग्गज अभिनेता निर्देशन से असंतुष्ट थे और उन्होंने पूरी फिल्म को फिर से शूट करने का फैसला किया. उनके इस फैसले से उन पर 60 लाख रुपये का कर्ज हो गया. 'मदर इंडिया' एक्टर ने बाद में एक इंटरव्यू में इस घटना का जिक्र किया था. उन्होंने बताया कि उन्हें अपनी सात कारें बेचनी पड़ीं थीं.


सुनील दत्त ने बस में ट्रेवल करना कर दिया था शुरू
सुनील दत्त ने कहा था कि उन्होंने बस से यात्रा करना शुरू कर दिया था. इसकी वजह से गेटकीपरों और बस कंडक्टरों ने उनका मजाक उड़ाया था. उन्होंने कहा कि उनका घर गिरवी रख दिया गया और निर्माताओं ने उनकी फिल्मों फाइनेंस करना बंद कर दिया था. अभिनेता ने आगे बताया था कि उन्हें बी-ग्रेड फिल्मों के प्रस्ताव मिलने लगे थे, लेकिन उन्होंने उन्हें स्वीकार नहीं किया क्योंकि उन्होंने अपनी नैतिकता से समझौता करने से इनकार कर दिया था.


'रेशमा और शेरा' बॉक्स ऑफिस पर हुई असफल
उस समय सुनील दत्त के लिए मुसीबतें और भी ज्यादा बढ़ गईं थी, क्योंकि फिल्म 'रेशमा और शेरा' बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं रही. फिल्म की कहानी रेशमा (वहीदा रहमान) और शेरा (सुनील दत्त) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो दो दुश्मन परिवारों से थे और फिर भी एक-दूसरे से प्यार करते थे. इस फिल्म में राखी गुलजार, विनोद खन्ना, अमिताभ बच्चन और अन्य लोगों ने भी अभिनय किया था.



असफल होने के बाद भी जीते कई नेशनल अवॉर्ड्स
फिल्म की असफलता के बावजूद वहीदा रहमान को 1972 में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री कैटेगरी में नेशनल फिल्म अवॉर्ड मिला था. जयदेव वर्मा को सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक कैटेगरी में नेशनल पुरस्कार मिला था. 'रेशमा और शेरा' के लिए सुनील दत्त को बर्लिन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में गोल्डन बर्लिन बियर के लिए नॉमिनेट किया गया था.