Ramayan Serial: रामानंद सागर ने 36 सालों पहले पौराणिक सीरियल 'रामायण' बनाकर इतिहास रच दिया था. आज भी रामानंद सागर (Ramanand Sagar) का पौराणिक सीरियल रामायण लोगों के दिलों में बसता है. कहा जाता है कि जब रामायण का धारावाहिक प्रसारित होता था, तो लोग अपने काम-धंधे छोड़कर टीवी के सामने सिर झुका लिया करते थे और घर-घर में पूजा जैसा माहौल बन जाता था. लेकिन क्या आप जानते हैं रामानंद सागर को आखिर पौराणिक सीरियल रामायण बनाने का ख्याल कैसे आया. 


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कैसे आया रामायण बनाने का ख्याल?


एंटरटेनमेंट खबरों की मानें तो रामानंद सागर (Ramanand Ramayan Serial) के जीवन में एक ऐसा समय आया, जब उनके मन में धार्मिक भावनाओं ने जोर पकड़ा. कहा जाता है इसी समय भगवान श्रीराम के प्रति रामानंद के मन में गहरी आस्था ने जन्म लिया. रामानंद ने तभी फैसला किया कि वह दूरदर्शन के जरिए श्रीराम के जीवन चरित्र को आम जन तक एक धारावाहिक के माध्यम से पहुंचाएंगे. 


भगवान हनुमान ने दिए थे दर्शन!


खबरों के मुताबिक, रामानंद सागर ने अपने कई पुराने इंटरव्यूज में ऐसा कहा है कि रामायण (Ramayan DD National) बनाने का ख्याल तो उनके मन में लंबे समय से था. लेकिन वह इसपर काम नहीं कर पा रहे थे. फिर एक रात सपने में हनुमान जी ने उन्हें दर्शन दिए और रामायण का काम जल्दी करने के लिए कहा. रिपोर्ट्स के अनुसार, रामानंद सागर उस रात के बाद प्रभु श्रीराम का नाम लेकर रामायण धारावाहिक बनाने में जुट गए थे. 


रामायण सीरियल का बजट था 702 करोड़!


रिपोर्ट्स की मानें तो 90 के दशक में रामायण पौराणिक धारावाहिक का एक एपिसोड बनाने में करीब 9 लाख का खर्च आय़ा था. जिसके अनुसार, 78 एपिसोड बनाने में 702 करड़ रुपए लगे थे. कहा जाता है कि इस पौराणिक धारावाहिक ने डीडी नेशनल को उस दौर  में कई गुणा कमाई करके दी थी.