UNSC calls for immediate end: लाल सागर में कारोबारी जहाजों पर यमन के हूती लड़ाकों के अब तक के सबसे बड़े हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) पहली बार हरकत में आई है. यूएनएससी ने 10 जनवरी को एक प्रस्ताव पास कर लाल सागर में यमन के हूती लड़ाके से हमला फौरन रोकने के लिए कहा है. यूएनएससी का यह प्रस्ताव तब आया है जब ब्रिटेन और अमेरिका ने हूती पर सख्त कार्रवाई के संकेत दिए और इसकी आंच ईरान तक पहुंचने का अंदेशा है.


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यूएनएससी में पास प्रस्ताव में क्या है? संयुक्त राष्ट्र ने पहले भी जताई थी चिंता


यूएनएससी में पास किए गए प्रस्ताव में " वैश्विक व्यापार में बाधा डालने वाले और नेविगेशनल अधिकारों और स्वतंत्रता के साथ-साथ क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा को कमजोर करने वाले हूती के सभी हमले को तुरंत रोकने की मांग की गई है." रूस के साथ ही अल्जीरिया, मोज़ाम्बिक और चीन की गैरहाजिर रहने के बाद यह प्रस्ताव पास किया गया. इससे पहले रूस ने यूएनएससी प्रस्ताव के मसौदे में तीन संशोधनों का सुझाव रखा था, मगर तीनों को खारिज कर दिया गया. इसके बाद प्रस्ताव के मसौदे पर मतदान पूरा हो गया. सुरक्षा परिषद में इस गंभीर मुद्दे पर पिछले सप्ताह भी चर्चा हुई थी.


19 नवंबर, 2023 के बाद लाल सागर में हूती विद्रोहियों के दो दर्जन से ज्यादा हमले


समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, यूएनएससी में पास प्रस्ताव में कहा गया है, "19 नवंबर, 2023 को हूतियों ने हमला किया और गैलेक्सी लीडर और उसके चालक दल को जब्त कर लिया. उसके बाद भी व्यापारी और वाणिज्यिक जहाजों पर कम से कम दो दर्जन बार किए गए हूती हमलों की कड़े शब्दों में निंदा करता है." इससे पहले भी संयुक्त राष्ट्र ने कहा था, " वह न केवल हालात के कारण, बल्कि इसके कारण वैश्विक व्यापार पर पड़ने वाले जोखिमों के कारण भी लाल सागर की स्थिति के बारे में बहुत चिंतित है."


लाल सागर में कारोबारी जहाजों पर 16 अक्टूबर, 2023 से हूतियों का हमला जारी


लाल सागर और उसके आसपास समुद्री मार्ग पर हूती हमलावर 16-17 अक्टूबर, 2023 से ही काफी एक्टिव हैं. इजराइल-हमास युद्ध के बाद लाल सागर में अंतरराष्ट्रीय समुद्री यातायात पर हमला करने वाले ईरान समर्थित और यमन के बड़े हिस्से पर कब्जा करने वाले हूती हमलावरों ने गाजा में फिलिस्तीनियों के साथ अपनी एकजुटता जाहिर की है. हूती लड़ाकों के तेज हमलों ने दुनिया के कई देशों की शिपिंग कंपनियों को लाल सागर मार्ग को बायपास करने और दक्षिण अफ्रीका के केप ऑफ गुड होप के आसपास अपने मार्गों को बदलने के लिए मजबूर कर दिया है. इससे उनकी यात्रा पर खर्च होने वाला समय और उनकी लागत बढ़ गई है.


हूती के सबसे बड़े हमले के जवाब में अमेरिका और ब्रिटेन की सैन्य कार्रवाई


दूसरी ओर, लाल सागर में हूती के सबसे बड़े हमले के बाद अमेरिका और ब्रिटेन ने सख्त पलटवार का साफ संकेत दिया है. उन्होंने कहा है कि यमन में लाल सागर नौवहन मार्ग पर अपने जहाजों पर सबसे बड़े हमले को नाकाम करने के बाद हूती विद्रोहियों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं. अमेरिकी और ब्रिटिश युद्धपोतों और जेट विमानों ने लाल सागर में मंगलवार (9 जनवरी) को ईरान समर्थित हूती समूह द्वारा लॉन्च किया गया 21 ड्रोन और मिसाइलों को मार गिराया था.


अमेरिका- ब्रिटेन ने दी गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी, लाल सागर में मल्टीलेवल ऑपरेशन


अमेरिकी सेना के सेंट्रल कमांड ( CENTCOM) का कहना है कि फिलहाल इस हमले में किसी के घायल होने की खबर नहीं है. पिछले सात सप्ताहों में लाल सागर में वाणिज्यिक शिपिंग लेन पर यह 26वां हूती हमला था.  अमेरिका और ब्रिटेन ने ने ऐसे हमलों की स्थिति में "गंभीर परिणाम भुगतने" की चेतावनी भी दी है. यमन में हूती हमलावरों पर संभावित पलटवार के बारे में संयुक्त बयान देते हुए ब्रिटेन के रक्षा सचिव ग्रांट शाप्स ने कहा, "इस इलाके पर नजर बनाए रखें."  इसके बाद ही अमेरिका के फाइटर जेट्स और ब्रिटिश नेवी ने बुधवार को लाल सागर में मल्टीलेवल ऑपरेशन शुरू कर दिए. 


'इस क्षेत्र में होने वाली बहुत सी बुरी चीजों के पीछे ईरान', ग्रांट शाप्स ने नाम लेकर चेताया 


ग्रांट शाप्स ने कहा कि हम निर्दोष लोगों की जान और ग्लोबल इकोनॉमी की रक्षा के लिए आवश्यक कार्रवाई करेंगे. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में होने वाली बहुत सी बुरी चीजों के पीछे ईरान है. उन्होंने ईरान और हूतियों को चेतावनी दी कि अगर इंटरनेशनल शिपिंग लेन पर हमले नहीं रुके तो इसके परिणाम भुगतने को तैयार रहें.  इसके साथ ही लाल सागर में कई देशों और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के कारोबारी जहाजों पर हूती हमलावरों को रोकने के लिए यूके, यूएस, ऑस्ट्रेलिया, बहरीन, बेल्जियम, कनाडा, डेनमार्क, जर्मनी, इटली, जापान, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, दक्षिण कोरिया और सिंगापुर ने मिलकर ऑपरेशन प्रॉस्पेरिटी गार्जियन लॉन्च किया है.


लाल सागर में हमले क्यों कर रहा है हूती ग्रुप? इजरायल- हमास जंग से सीधा कनेक्शन 


दूसरी ओर, हूती हमलावरों का कहना है कि इजराइल को मदद पहुंचा रहे एक अमेरिकी जहाज को उन्होंने निशाना बनाया था. हूती विद्रोहियों ने बार-बार दावा किया है कि उन्होंने गाजा में युद्ध के दौरान आईडीएफ द्वारा की गई कार्रवाइयों के विरोध में इजराइल से जुड़े व्यापारिक जहाजों पर हमले किए हैं. हूती लड़ाकों का कहना है कि इजराइल जब तक गाजा में युद्ध बंद नहीं करता तब तक वे समुद्र में कारोबारी जहाजों पर हमले जारी रखेंगे.


फिलीस्तीन के गाजा में 7 अक्टूबर को जंग की शुरुआत हुई थी. इससे पहले आतंकी गुट हमास ने सीमा पार से इजरायल में घुसकर एक बड़ा हमला किया. इसमें इजराइल के 1,139 लोगों को मार डाला गया और दो सौ लोगों को अगवा कर बंधक बना लिया गया. कुछ घंटों बाद इजराइल ने पलटवार शुरू किया और उसके बाद से गाजा में कम से कम 23,210 लोग मारे जा चुके हैं.