Eknath Shinde Next Move: एक मशहूर बॉलीवुड फिल्म का मशहूर डायलॉग है. हारी हुई बाजी को जीतने वाले को बाजीगर कहते हैं. कई बार ऐसे डायलॉग राजनीति में भी फिट बैठ जाते हैं. महाराष्ट्र में शायद इन दिनों यही हो रहा है. सबकी निगाहें एकनाथ शिंदे पर हैं कि आखिर उनका अगला कदम क्या होने वाला है.  शिंदे की राजनीति पर नजर रखने वालों का कहना है कि उनको कुछ भारी-भरकम विभागों के साथ कैबिनेट का हिस्सा बनाया जाएगा. वे खुद डिप्टी सीएम नहीं बने तो बेटे के अलावा किसी और करीबी को डिप्टी सीएम बनवा सकते हैं. लेकिन शिंदे अब पारंगत राजनेता हो चुके हैं. वे ऐसी कोई चाल नहीं चलेंगे कि उनके भविष्य को नुकसान पहुंचे. तो आखिर वो क्या चाल होगी जिससे शिंदे हारकर भी जनता की नजर में बाजीगर बन जाएंगे. 


एक तीर से कई निशाने साध सकते हैं.. 


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दरअसल, यह तो तय है कि अब शिंदे सीएम नहीं बनेंगे. लेकिन एक्सपर्ट्स का भी साफ मानना है कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि बतौर सीएम उन्होंने बेहतरीन काम किया है. शिवसेना के कुछ बड़बोले नेता यह कह रहे हैं कि शिंदे डिप्टी सीएम इसलिए नहीं बनेंगे क्योंकि एक तरह से यह उनका डिमोशन होगा. पहले वो सीएम थे और अब वो डिप्टी नहीं सीएम बनेंगे. लेकिन शिंदे अगर डिप्टी सीएम बनते हैं तो कैसे वो एक तीर से कई निशाने साध सकते हैं.


डिप्टी CM बनते ही फडणवीस के क्लब में शामिल होंगे.. 


याद कीजिए ढाई साल पहले का वाकया जब सीएम पद के लिए एकनाथ शिंदे के नाम का ऐलान हुआ था तो देवेंद्र फडणवीस डिप्टी सीएम बनाए गए थे. फडणवीस भी पहले सीएम रह चुके थे लेकिन उन्होंने पार्टी और संगठन की बात मानकर डिप्टी सीएम की शपथ ली थी. शिंदे ऐसा करेंगे करेंगे तो बहुत बड़ी बात होगी. वे भी एक ख़ास क्लब में शामिल होंगे. पहली बात तो वे खुद को सीधे सरकार में शामिल कर लेंगे.


सरकार में सीधे शामिल.. योजनाओं का पूरा क्रेडिट लेते रहेंगे.. 


शिंदे के डिप्टी सीएम बनते ही शिवसेना का सबसे बड़ा चेहरा सीधे सरकार में शामिल होगा. ऐसे में बतौर सीएम शिंदे ने जितनी भी लोकप्रिय योजनाएं चलाईं हैं उनका वो बखूबी क्रेडिट ले सकते हैं. साथ ही यह बात भी सही है कि अगर वो खुद डिप्टी सीएम बनते हैं तो शहरी विकास, एमएसआरडीसी मंत्रालय के अलावा राजस्व, कृषि, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास, उद्योग और सामाजिक न्याय जैसे महत्वपूर्ण विभागों के मुखिया बन सकते हैं. साथ ही टीम मोदी में भी जगह मिल सकती है. 


जनता की नजर में भी हीरो.. 


ये पब्लिक है.. सब जाती है. और वो भी महाराष्ट्र की पब्लिक जो आए दिन मुंबई की गलियों से राजनीति के नए नए खेल देखती रहती है उसे सब पता है कि शिंदे में क्या त्याग किया है और सीएम रहते हुए उन्होंने क्या-क्या योजनाएं चलाई हैं. ऐसे में डिप्टी सीएम रहते हुए भी वो सब शिंदे कर सकते हैं खासकर योजनाओं के मामले में जो उन्होंने सीएम रहते हुए किया है.


टीम मोदी के लिए बेटे पर लगा सकते हैं दांव


फिलहाल अभी शिंदे की एक बड़ी बैठक अमित शाह से होने वाली है. अगर शिंदे खुद डिप्टी सीएम के लिए तैयार होते हैं तो वे एक जगह टीम मोदी में भी मांग सकते हैं. शिंदे ने अगर अपना पक्ष मजबूती से रख दिया तो यह संभव है कि वे अपने बेटे या किसी करीबी को दिल्ली में भेज सकते हैं. ऐसा भी अगर हुआ तो यह उनके लिए फायदे का ही सौदा होगा. फिलहाल क्या होगा यह तो जल्द ही पता लग जाएगा लेकिन शिंदे को क्या करना है.. यह काम उन्हें बखूबी पता है.