Explainer: सोना 6000 और चांदी 12000, ट्रंप की जीत के बाद हर दिन सस्ता क्यों हो रहा गोल्ड?
Trump Effect on Gold Price: अमेरिकी चुनाव में ट्रंप की जीत के साथ रिकॉर्ड लेवल पर चल रहा सोना नीचे आना शुरू हो गया. पिछले करीब एक हफ्ते में ही सोना 6000 रुपये प्रति 10 ग्राम टूट गया है. लेकिन इसका कारण क्या है? आइए जानते हैं क्यों?
Gold and Silver Price Today: शेयर बाजार से विदेशी निवेशकों की बिकवाली के बाद भारतीय बाजार में सोने और चांदी की कीमत में भारी गिरावट देखी जा रही है. देश के मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर और सर्राफा बाजार में सोने का रेट करीब 6000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक नीचे आ गया है. इसी तरह चांदी के रेट में भी करीब 12000 रुपये प्रति किलो की गिरावट देखी गई है. दोनों कीमती धातुओं के रेट में यह बड़ी गिरावट अमेरिकी चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प की जीत के बाद आई है.
स्पॉट गोल्ड में 200 डॉलर से ज्यादा की गिरावट
ट्रंप की जीत के बाद अमेरिकी डॉलर एक साल के हाई लेवल पर पहुंच गया है और 10 साल के ट्रेजरी यील्ड में तेज उछाल आया है. सोने का डॉलर और बॉन्ड यील्ड के साथ उलटा संबंध रहता है, यही कारण है कि डॉलर चढ़ने के साथ गोल्ड फिसल रहा है. स्पॉट गोल्ड 200 डॉलर से ज्यादा गिर गया है. यह 5 नवंबर के 2,750.01 डॉलर प्रति औंस के हाई लेवल से फिसलकर 2,536.9 डॉलर प्रति औंस के निचले स्तर पर आ गया है.
एमसीएक्स में आई तेज गिरावट
एमसीएक्स पर गोल्ड फ्यूचर की चाल आमतौर पर ग्लोबल रेट से तय होती है. पिछले 10 दिन में इसमें भी तेजी से गिरावट आई है. 5 नवंबर को 79,181 रुपये प्रति 10 ग्राम के हाई लेवल से गिरकर यह 14 नवंबर को 73946 रुपये प्रति 10 ग्राम के लो लेवल पर आ गया. शुक्रवार को पब्लिक हॉलीडे के कारण एमसीएक्स (MCX) बंद रहा था.
सोने की कीमत का आगे क्या होगा?
आने वाले समय में गोल्ड का रेट ऊपर जाएगा या नीचे आएगा? इस पर जानकारों का कहना है कि इसका प्रमुख ट्रिगर अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दर को लेकर अपनाया जाने वाला रुख रहेगा. यदि फेड रिजर्व की तरफ से ब्याज दर में कटौती की रफ्तार तेज होती है तो सोने की कीमत में उछाल आने की उम्मीद है. लेकिन यदि अमेरिकी केंद्रीय बैंक महंगाई दर बढ़ने के कारण ब्याज दर को कम नहीं करता है तो सोने की कीमत में घर-बढ़ का सिलसिला बना रह सकता है.
ब्याज दर में कमी गोल्ड के लिए अच्छा संकेत
ध्यान देने वाली बात यह है कि ब्याज दर में कमी गोल्ड की कीमत के लिए अच्छा संकेत है. पिछले दो महीने में फेड रिजर्व की तरफ से ब्याज दर में 75 बेसिस प्वाइंट की कटौती की गई है. अमेरिका की तरफ से जारी हालिया बेरोजगारी के आंकड़ों के बाद फेड रिजर्व ब्याज दर में और कटौती के बारे में विचार कर सकता है. आंकड़ों के अनुसार 9 नवंबर को खत्म हुए सप्ताह में बेरोजगारी दर में गिरावट आई है.
सर्राफा बाजार का हाल
सर्राफा बाजार का रोजाना रेट जारी करने वाली वेबसाइट https://ibjarates.com पर भी पिछले एक हफ्ते से भी ज्यादा समय से सोने और चांदी के रेट में गिरावट देखी जा रही है. 30 अक्टूबर को 24 कैरेट वाला गोल्ड चढ़कर 79681 रुपये प्रति 10 ग्राम के हाई लेवल पर पहुंच गया था. लेकिन 14 नवंबर को बंद हुए सेशन में यही गिरकर 73739 रुपये प्रति ग्राम पर आ गया है. इसी तरह चांदी 30 अक्टूबर को 98340 रुपये प्रति किलो के लेवल पर देखी गई थी. लेकिन 14 नवंबर को 12000 रुपये से ज्यादा गिरकर 87103 रुपये प्रति किलो पर आ गई है.
8 से 10 प्रतिशत तक गिर सकता है रुपया: SBI रिपोर्ट
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की हालिया रिपोर्ट में बताया गया कि अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा सत्ता में आने के साथ रुपये में 8 से 10 प्रतिशत तक की गिरावट आ सकती है. शुक्रवार को रुपया 84.48 के ऑल-टाइम लो पर पहुंच गया. 'US Presidential Election 2024: How Trump 2.0 Impacts India's and Global Economy' शीर्षक वाली एसबीआई की रिपोर्ट में इस बात पर जोर दिया गया है कि रुपये में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले थोड़े समय के लिए गिरावट आ सकती है लेकिन इसमें फिर से मजबूती आने की उम्मीद है.
दूसरे अमेरिकी राष्ट्रपति के कार्यकाल में रुपये का हाल
साल 2012 से लेकर 2016 तक बराक ओबामा के अमेरिकी राष्ट्रपति पद पर रहने के दौरान रुपया करीब 29 प्रतिशत गिर गया था. इसके बाद 2016 से 2020 तक ट्रंप के शासनकाल में रुपये में 11 प्रतिशत की गिरावट आई थी. इसके बाद 2020 से 2024 तक बाइडेन के कार्यकाल में यह 14.5 प्रतिशत टूटा है. अब पिछले एक महीने के दौरान रुपये में करीब 0.3 प्रतिशत की गिरावट आई है.