Explained: कहीं पे निगाहें कहीं पे निशाना.. BJP की राज ठाकरे पर नजर, क्या BMC में भी ढह जाएगा उद्धव का किला?
BJP-MNS: बीजेपी की इस रणनीति का लक्ष्य राज ठाकरे को फायदा पहुंचाना नहीं बल्कि बीएमसी में अपनी पकड़ बनाना है. उद्धव ठाकरे के बचे-खुचे गढ़ को भी कमजोर कर देना है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि राज ठाकरे का अगला कदम क्या होगा. फिलहाल इस समीकरण को समझने की जरूरत है.
Mumbai municipal corporation: महाराष्ट्र की राजनीति के देवेंद्र बन चुके सीएम फडणवीस की नजर अब मुंबई नगर निगम BMC चुनावों पर हैं. इसके लिए उन्होंने बकायदा तैयारी भी शुरू कर दी है. एक बार फिर वहां राजनीतिक समीकरण बदल रहे हैं. बीजेपी ने उद्धव ठाकरे के प्रभाव को और भी कमजोर करने के लिए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे पर ध्यान केंद्रित कर लिया है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने संकेत दिए हैं कि बीजेपी मनसे के साथ गठबंधन पर विचार कर रही है. विधानसभा और लोकसभा चुनाव में मनसे के प्रदर्शन को लेकर भी बीजेपी का रवैया सकारात्मक रहा है. लेकिन इसमें उद्धव को कैसे नुकसान होगा. इसे समझने की जरूरत है.
फडणवीस ने मनसे को साथ लाने के दिए संकेत
असल में देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में संकेत दिया बीजेपी मनसे को सरकार में शामिल करने और नगर निगम चुनाव में साथ लाने के लिए तैयार है. फडणवीस ने कहा कि राज ठाकरे के उम्मीदवारों को विधानसभा चुनाव में भले जीत न मिली हो, लेकिन उन्हें अच्छे वोट मिले. हमारे और उनके विचार मेल खाते हैं. ऐसे में हो सकता है कि बीजेपी की कोर टीम उन्हें सरकार में साथ रखने पर गंभीरता से विचार कर रही है.
राज ठाकरे के साथ गठबंधन की रणनीति
मनसे के साथ बीजेपी की बढ़ती नजदीकियां कोई नई बात नहीं हैं. पहले भी फडणवीस और ठाकरे की मुलाकातों ने राजनीतिक चर्चाओं को हवा दी थी. मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने भी बीजेपी के हिंदुत्व विचारधारा को अपनाने की बात मानी है. मनसे नेताओं ने इस प्रस्ताव का स्वागत करते हुए कहा कि पार्टी का रुख हमेशा एका चलो का रहा है, लेकिन गठबंधन पर अंतिम निर्णय राज ठाकरे करेंगे.
संजय राउत तो निशाना साधेंगे ही..
उधर, शिवसेना उद्धव गुट के सांसद संजय राउत ने बीजेपी और मनसे के संभावित गठबंधन की आलोचना करते हुए राज ठाकरे को "बीजेपी का खिलौना" बताया. राउत ने कहा कि बीजेपी केवल राज ठाकरे को अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर रही है. उन्होंने इसे उद्धव ठाकरे की पार्टी को कमजोर करने की साजिश करार दिया.
BMC में भी ढह जाएगा उद्धव का किला?
विश्लेषकों का मानना है कि मनसे और बीजेपी के संभावित गठबंधन से बीएमसी चुनावों में बड़ा प्रभाव पड़ सकता है. बीएमसी पर अभी भी उद्धव ठाकरे की मजबूत पकड़ है, लेकिन अगर बीजेपी-मनसे एक साथ आते हैं तो यह समीकरण को बदल सकता है. लोकसभा चुनावों में मनसे के बिना शर्त समर्थन से बीजेपी को बड़ा फायदा हुआ था, और अब यह समीकरण नगर निगम चुनाव में दोहराए जाने की संभावना है.