Cash Limit Rule: आईटी की छापेमारी में कांग्रेस सांसद धीरज साहू (Dhiraj Sahu) के घर से 351 करोड़ से ज्यादा रुपये कैश बरामद हुआ है. वो अब पहली बार मीडिया के सामने सफाई देने आए हैं. धीरज साहू का कहना है कि सारा पैसा उनका और उनके परिवार का है. पार्टी का इससे कोई लेना-देना नहीं. उनके पास हर चीज का हिसाब है. ये खबर पढ़कर आपके मन में भी सवाल उठने लगा होगा कि घर में कितना कैश रखा जा सकता है? क्या इसकी कोई लिमिट है? अगर कोई लिमिट है तो उससे ज्यादा कैश घर पर रखने पर पकड़े गए तो क्या सजा मिलेगी? कितनी पेनाल्टी लगेगी? आइए आपके मन में उठ रहे सवालों का जवाब आसान भाषा में जान लेते हैं.


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धीरज साहू के पास कहां से आया इतना कैश?


करोड़ों कैश घर की अलमारियों में रखने वाले कांग्रेस सांसद धीरज साहू ने छापेमारी में पकड़े गए कैश पर सफाई देते हुआ कहा कि मैं स्वीकार कर सकता हूं कि जो पैसा बरामद किया गया है वह मेरी फर्म का है. जो नकदी बरामद की गई है, वह मेरी शराब फर्मों से संबंधित है. इस पैसे का कांग्रेस या किसी अन्य राजनीतिक दल से कोई लेना-देना नहीं है. जैसा कि कहा जा रहा है सारा पैसा मेरा नहीं है. यह मेरे परिवार और अन्य संबंधित फर्मों का है. घर में कैश रखने और उसके लेन-देन के नियमों के बारे में जान लेते हैं.


घर में कितना कैश रख सकते हैं?


देश में काले धन और टैक्स चोरी से निपटने के लिए कैश पजेशन और ट्रांजैक्शन से जुड़े बहुत सारे नियम हैं. जान लें कि अगर आप घर पर कैश की बड़ी रकम रखते हैं तो आपको ये बात जान लेनी चाहिए कि इसको लेकर कोई लिमिट नहीं है. इनकम टैक्स एक्ट के अनुसार, घर पर कैश रखने की कोई लिमिट तय नहीं की गई है. अगर आप सक्षम हैं तो जितना मर्जी उतना कैश घर पर रख सकते हैं. बस ये याद रखें कि आपके पास पाई-पाई का हिसाब होना चाहिए. अगर आपके पास बहुत कैश है और अगर इनकम टैक्स की रेड पड़ती है तो आपको उसके सोर्स की जानकारी देनी होगी. अगर आप ऐसा करते हैं तो कितना भी कैश घर पर रख सकते हैं.


बिना सोर्स के कैश पर कितना है जुर्माना?


जान लीजिए कि अगर आपके घर आईटी की रेड पड़ती है और आप उसका सोर्स बताने के साथ-साथ आईटीआर डेक्लेरेशन दिखा देते हैं तो कोई दिक्कत नहीं है. हां याद रहे कि जो भी भी पैसा आपके पास है, उसमें इनकम टैक्स की चोरी नहीं होनी चाहिए. अगर ऐसा होता है तो आपके खिलाफ एक्शन हो सकता है. नोटबंदी के बाद आईटी डिपार्टमेंट ने साफ कर दिया था कि अगर किसी के घर अनडिस्क्लोज कैश पाया जाता है तो उसे कुल बरामद कैश का 137 फीसदी तक जुर्माना भरना पड़ेगा.


कैश लेन-देन से जुड़े जरूरी नियम


- सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स (CBDT) के नियम के मुताबिक, एक बार में 50 हजार रुपये से ज्यादा कैश डिपॉजिट करने या निकालने पर पैन कार्ड दिखाना जरूरी है.


- अगर आप एक फाइनेंशियल ईयर में 20 लाख रुपये से ज्यादा कैश डिपॉजिट करते हैं तो पैन और आधार कार्ड दिखाना जरूरी है. ऐसा नहीं करने पर जुर्माना लग सकता है.


- अगर आप बैंक से एक साल में 1 करोड़ से ज्यादा कैश निकालते हैं तो उस पर 2% टीडीएस भरना होगा.


- कुछ भी अगर आपको खरीदना है तो 2 लाख से ज्यादा पेमेंट कैश में नहीं कर सकते हैं. अगर आपको करना है तो यहां भी आधार कार्ड और पैन दिखाना जरूरी है.


- अगर आप कोई प्रॉपर्टी या चीज खरीदने में 30 लाख से ज्यादा कैश की पेमेंट कर रहे हैं तो जांच बैठ सकती है.


- अगर आप क्रेडिट या डेबिट कार्ड से एक बार में 1 लाख से ज्यादा का ट्रांजैक्शन करते हैं तो उस पर जांच बैठ सकती है.


- किसी से भी 20 हजार से ज्यादा कैश में लोन के रूप में नहीं लिया जा सकता है.