US Presidential Election 2024: इस साल नवंबर महीने में होने वाले अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की चार बार सांसद रह चुकी तुलसी गबार्ड रिपब्लिकन पार्टी की ओर से उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाई जा सकती है. डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से उपराष्ट्रपति पद के लिए दोबारा कमला हैरिस ही चुनाव लड़ सकती हैं.


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इसके बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा शुरू हो गई है कि क्या तुलसी गवार्ड अमेरिका में कमला हैरिस की जगह लेंगी? आइए, अमेरिका में दोनों भारतवंशी महिला के बीच संभावित रोमांचक मुकाबले के बारे में विस्तार से जानते हैं.


अमेरिकी संसद छोड़ने के बाद साल 2022 में तुलसी गबार्ड डेमोक्रेटिक पार्टी से भी दूर


अमेरिकी संसद छोड़ने के बाद साल 2022 में तुलसी गबार्ड ने डेमोक्रेटिक पार्टी भी छोड़ दी थी. इस दौरान एक टेलीविजन इंटरव्यू में उन्होंने खुद के रिपब्लिकन पार्टी के ज्यादा करीब होने की बात कहकर सुर्खियां बटोरीं थी. साल 2020 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की रेस में शामिल हुईं तुलसी गबार्ड काफी पीछे रह गई थीं. इसके बाद अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव 2024 में 42 साल की तुलसी गबार्ड का नाम एक बार फिर से चर्चा है. हालांकि, पहले रिपब्लिकन पार्टी से तुलसी गबार्ड के गहरे मतभेद रहे हैं.


पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारतीय मूल की पूर्व अमेरिकी सांसद तुलसी गबार्ड से चर्चा


वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय मूल की पूर्व अमेरिकी सांसद तुलसी गबार्ड के साथ संपर्क बनाया हुआ है. पहले विरोधी रह चुके दोनों नेताओं के बीच विदेश नीति और रक्षा मामलों सहित कई मुद्दों पर चर्चा होने की बात भी सामने आई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि डोनाल्ड ट्रंप और उनके शीर्ष सलाहकारों ने तुलसी गबार्ड से विदेश नीति के बारे में बात की थी. इसके अलावा ट्रंप के दूसरे संभावित कार्यकाल में रक्षा विभाग को चलाए जाने को लेकर भी बातचीत की गई थी.


राष्ट्रपति चुनाव में उतरने वाली अमेरिका की पहली हिंदू सांसद तुलसी गबार्ड ने दिखाई दिलचस्पी


राष्ट्रपति चुनाव में उतरने वाली अमेरिका की पहली हिंदू सांसद तुलसी गबार्ड ने इससे पहले फॉक्स न्यूज पर एक इंटरव्यू में बताया था कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 में वह रिपब्लिकन पार्टी की ओर से उपराष्ट्रपति पद की संभावित उम्मीदवार बनने के लिए चर्चा करने के लिए तैयार हैं.  उन्होंने कहा था कि मैं इस चर्चा के लिए तैयार हूं. उन्होंने बताया था कि जिंदगी में उनका सबसे बड़ा मिशन अमेरिका और अमेरिकी लोगों की सेवा करना है.  साथ ही ऐसा करने के लिए बेहतरीन तरीके और रास्ते खोजना उनका मकसद है.


पिछले साल निजी तौर पर गबार्ड से मिले थे डोनाल्ड ट्रंप, आमने-सामने होंगी तुलसी और कमला


वॉशिंगटन पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में डोनाल्ड ट्रंप की निजी तौर पर तुलसी गबार्ड से पिछले साल हुई मुलाकात का भी जिक्र किया है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि तुलसी गबार्ड को रिपब्लिकन पार्टी की ओर से उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया जा सकता है. इसका मतलब है कि तुलसी गबार्ड का सीधा मुकाबला अमेरिका में एक और भारतवंशी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से होगा. कमला हैरिस इस बार भी डेमोक्रेटिक पार्टी से उपराष्ट्रपति चुनाव लड़ सकती हैं. 


अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2020 से पहले डिबेट में भिड़ चुकी हैं कमला हैरिस और तुलसी गबार्ड 


अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया ऐसी है कि संभावित प्रत्याशियों को लेकर चर्चा काफी पहले शुरू हो जाती है. राष्ट्रपति पद पर रहते हुए वहां एक बार ही चुनाव लड़ा जा सकता है, हालांकि उपराष्ट्रपति पद पद पर लगातार दूसरी बार चुनाव लड़ा जा सकता है. उपराष्ट्रपति पद को लेकर कमला हैरिस और तुलसी गबार्ड के नामों की चर्चा सबसे ज्यादा है. वे दोनों अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2020 से पहले डिबेट में एक-दूसरे से भिड़ चुकी हैं. तब दोनों ने ही एक-दूसरे पर आरोप लगाते हुए माफी मांगने के लिए कहा था.


कमला हैरिस और तुलसी गबार्ड के मुकाबले को लेकर भारतीय कनेक्शन पर फिर से चर्चा तेज


कमला हैरिस और तुलसी गबार्ड को लेकर सबसे ज्यादा बात उनके भारतीय कनेक्शन को लेकर होती हैं. करीब 60 साल की कमला हैरिस भारतीय मां श्यामला गोपालन और जमैकन पिता डॉनल्ड हैरिस की संतान हैं. जब वह सात साल की थीं तभी उनके माता-पिता का तलाक हो गया. उनकी मां ने अकेले ही उन्हें पाला पोसा था. वहीं, तुलसी गबार्ड हवाई के स्टेट सीनेटर माइक गबार्ड और कैरल पॉर्टर गबार्ड की बेटी हैं. पिता माइक गबार्ड कैथलिक ईसाई हैं पर मां और बेटी हिंदू धर्म अपना चुकी हैं. इसके लेकर भारतीय मूल के अमेरिकी लोगों के बीच तुलसी गबार्ड की खास जगह है.