What is VSHORADS: भारतीय सेना को जल्द ही आधुनिक मिसाइल वज्र (Vajra) मिल सकती है. अपनी वायु सीमा को सुरक्षित करने और रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने के लिए भारतीय रक्षा मंत्रालय 5 हजार वज्र मिसाइल खरीदने की तैयारी में है. इसका इस्तेमाल भारत की तीनों सेनाएं करेंगी. इस आधुनिक हथियार को S-400 के रूप में भी जाना जाता है. इसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने विकसित किया है.


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रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय सेना एंटी-एयरक्राफ्ट युद्ध के लिए इसी हथियार का इस्तेमाल करेगी जिससे हवाई खतरों के खिलाफ भारत की रक्षात्मक क्षमताओं में वृद्धि होगी. इस हथियार का पूरा नाम- वेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम (VSHORADS) है. इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि दुश्मनों के जहाजों, ड्रोन्स और हेलीकॉप्टरों को प्रभावी ढंग से बेअसर किया जा सके.


क्या है इसकी खासियत?


पीआईबी पर उपलब्ध सरकारी प्रेस रिलीज के मुताबिक, डीआरडीओ ने इसी साल 28 और 29 फरवरी को इसका परीक्षण किया था. ओडिसा के चांदीपुर के तट पर DRDO ने जमीन आधारित पोर्टेबल लॉन्चर से बहुत कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली (वीएसएचओआरएडीएस) मिसाइल के दो सफल उड़ान परीक्षण किए थे.



VSHORADS एक मैन पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्टम (MANPAD) है जिसे DRDO और भारतीय उद्योग भागीदारों के सहयोग से हैदराबाद स्थित रिसर्च सेंटर इमारत (RCI) द्वारा स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है. 


VSHORADAS मिसाइल में रिएक्शन कंट्रोल सिस्टम (RCS) और एकीकृत एवियोनिक्स सहित कई नई तकनीकों का उपयोग किया गया है. मिसाइल को दोहरी थ्रस्ट सॉलिड मोटर द्वारा संचालित किया जाता है और इसका उद्देश्य कम दूरी पर कम ऊंचाई वाले हवाई खतरों को बेअसर करना है. आसान पोर्टेबिलिटी सुनिश्चित करने के लिए लॉन्चर सहित मिसाइल के डिजाइन को अत्यधिक आधुनिक बनाया गया है. 


यह मिसाइल रूस के खतरनाक हथियार S-400 की तरह ही है. इसे कहीं से भी आसानी से दागा जा सकता है. वज्र मिसाइल का वजन लगभग 20 किलो है. इसकी लंबाई 6.7 फीट और व्यास 3.5 इंच है. यह अपने साथ दो किलो वजन का हथियार ढो सकता है. इसकी अधिकतम गति 1800 किमी प्रतिघंटा और रेंज 250 मीटर से 6 किमी है.