Hello Kitty 50th Anniversary: हैलो किट्टी एक ऐसा काल्पनिक कैरेक्टर जो पूरी दुनिया में फेमस है. जिसे जापान में बनाया गया. बच्चों में खास प्रिय भी है. हर किसी के जिंदगी में हैलो किट्टी  किसी न किसी रूप में शामिल रहा है. स्कूल बैग, लंच बॉक्स, खिलौने, नोटबुक, कपड़े, स्टेशनरी आइटम हर जगह हैलो किट्ठी कैरेक्टर लोगों के साथ रहा. 1974 में सैनरियो द्वारा बनाया गया प्यारा कार्टून कैरेक्टर हैलो किट्टी अब आधिकारिक तौर पर 1 नवंबर को अपना 50वां जन्मदिन धूमधाम से मनाने जा रहा है, लेकिन एक खुलासे ने हैलो किट्टी को जन्मदिन से पहले ही चर्चा में ला दिया है. खुलासा भी ऐसा हुआ है कि आप बोलेंगे, अरे, मैं तो पूरी जिंदगी झूठ समझता रहा. इससे पहले सारी सच्चाई जाने, सबसे पहले हैलो किट्टी के बारे में सही से जान लें.


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हैलो किट्टी क्या है?
इस प्यारी किट्टी को जापानी कंपनी सैनरियो ने 1974 में बनाया था और इसे लाल धनुष और बिना मुंह वाली एक सफेद बिल्ली के रूप में दर्शाया गया था. हैलो किट्टी को मूल रूप से युको शिमिज़ु द्वारा डिज़ाइन किया गया था, इसे बनाया तो गया बच्चों के लिए, युवा लड़कियों के लिए, लेकिन यह इतना फेमस हुआ वयस्कों को भी हैलो किट्टी से प्यार हो गया. लोग इसके दीवाने हुए, पूरी दुनिया में इसकी बिक्री बढ़ी.


हैलो किट्टी कौन है?
हैलो किट्टी  एक छोटी, गोल, सफेद बिल्ली, जो बहुत ही प्यारी, कोमल, मधुर काल्पनिक कैरेक्टर के रूप में दुनिया के सामने आई. जिसके बाद वह एक सांस्कृतिक प्रतीक और विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त ब्रांड बन गई. पूरी दुनिया में हैलो किट्टी को लेकर विभिन्न प्रकार की वस्तुओं जैसे स्कूल की सामग्री, कपड़े, लंच बॉक्स बनाया जाने लगा. हैलो किट्टी को लेकर एनिमेटेड टेलीविजन शो और फिल्में बनाई जाने लगी.


हैलो किट्टी को लेकर क्या हुआ खुलासा?
अब इसी हैलो किट्टी को लेकर बहुत बड़ा खुलासा हुआ है. हैलो किट्टी बनाने वाली कंपनी ने फेमस कैरेक्टर की 50वीं वर्षगांठ के दौरान एक खुलासा किया, जिसके बाद कुछ प्रशंसक भ्रमित हो गए और मानने को तैयार ही नहीं हुए. लेकिन जो खुलासा हुआ वह सच है. 


हैलो किट्टी बिल्ली नहीं, एक लड़की है
1974 में हैलो किट्टी बनाने वाली जापानी मनोरंजन कंपनी सैनरियो ने कहा कि यह फेमस कैरेक्टर ‘बिल्ली नहीं’ है, बल्कि ‘एक छोटी बच्ची’ है. सैनरियो में मार्केटिंग और ब्रांड प्रबंधन की वरिष्ठ उपाध्यक्ष जिल कोच ने गुरुवार को बताया, “हैलो किट्टी बिल्ली नहीं है,” और “वह वास्तव में एक छोटी बच्ची है.” कोच ने फिर टीवी शो को बताया कि हैलो किट्टी, जिसका "वजन तीन सेब" है और जो पाँच सेब लंबी है, लंदन के उपनगरों में अपनी जुड़वां बहन, मिम्मी, उनके माता-पिता और परिवार की पालतू बिल्ली चार्मी किट्टी के साथ पली-बढ़ी है. सैनरियो की वेबसाइट के अनुसार हैलो किट्टी के शौक में "कुकीज़ बनाना और नए दोस्त बनाना" शामिल है. यूएसए टुडे ने शुक्रवार को सैनरियो से संपर्क किया, लेकिन उसे कोई जवाब नहीं मिला. 


हैलो किट्टी को बनाने का कहां से आया आइडिया
हैलो किट्टी बनाने वाली सैनरियो कर्मचारी युको शिमिज़ू ने BBC को बताया कि हैलो किट्टी किरदार बनाने की प्रेरणा उन्हें बचपन से मिली. ब्रिटिश आउटलेट के अनुसार शिमिजू ने कहा, "जब मैं बच्ची थी, तो मुझे मेरे पिता ने जन्मदिन के तोहफे के तौर पर एक छोटी सफ़ेद बिल्ली का बच्चा दिया था. जिससे मुझे बहुत लगाव था. वहीं से मेरे दिमाग में हैलो किट्टी का किरदार बनाने का आइडिया आया. 


हैलो किट्टी का क्या है असली नाम?
सैनरियो ने बीबीसी को बताया कि हैलो किट्टी का असली नाम किट्टी व्हाइट है और वह इंग्लैंड में पैदा हुई थी. कंपनी ने तब पुष्टि की कि यह किरदार वास्तव में एक 8 वर्षीय लड़की का था.


जानें किसने बनाया था हैलो किट्टी का किरदार
बीबीसी के अनुसार, युको शिमिज़ू ने इसे बनाया था,  हैलो किट्टी बनाने के दो साल बाद ही शिमिज़ू  ने 27 साल की उम्र में सैनरियो कंपनी छोड़ दिया था. हैलो किट्टी को 1974 में एक जापानी मनोरंजन कंपनी सैनरियो ने बनाया था. 

हैलो किट्टी के पास मुंह क्यों नहीं है?
हैलो किटी के मुंह न होने के बारे में कुछ अलग-अलग सिद्धांत हैं. कुछ स्रोतों के अनुसार, हैलो किटी को मूल रूप से मुंह के बिना डिज़ाइन किया गया था ताकि उसे एक खाली स्लेट के रूप में देखा जा सके, और लोग अपनी भावनाओं और भावनाओं को उस पर प्रोजेक्ट कर सकें. इस विचार का उद्देश्य हैलो किटी को अधिक भरोसेमंद और सार्वभौमिक बनाना था. अन्य स्रोत बताते हैं कि हैलो किटी को मुंह के बिना डिज़ाइन किया गया था क्योंकि यह उसे अन्य लोगों की भावनाओं और भावनाओं के प्रति अधिक खुला और स्वीकार करने की अनुमति देता है, और एक वक्ता की तुलना में अधिक श्रोता होने की अनुमति देता है. यह भी संभव है कि मुंह के बिना हैलो किटी का डिज़ाइन उसके निर्माता, युको शिमिज़ु द्वारा बनाई गई एक कलात्मक पसंद थी.


हैलो किट्टी ब्रिटिश है या जापानी?
हैलो किट्टी को लेकर कई सारे सवाल उठते रहे हैं, कुछ लोग सफेद किटी की उत्पत्ति के बारे में कई तर्क देते हैं, लेकिन किट्टी को बनाने वाली कंपनी सैनरियो के अनुसार, किट्टी ब्रिटिश है, उसका जन्म लंदन में हुआ था. उसका असली नाम किट्टी व्हाइट है. जिस समय हैलो किट्टी लॉन्च हुई थी, उस समय जापान में विदेशी देशों का चलन था. 


हैलो किट्टी की शुरुआत कैसे हुई?
सैनरियो के संस्थापक शिंटारो त्सुजी ने फूलों की पेंटिंग से सजे सैंडल बेचकर अपना करियर शुरू किया था. जब उन्हें लगा कि प्यारे कार्टून पात्रों की पेंटिंग वाले सैंडल तेज़ी से बिकते हैं, तो उन्होंने अपने लिए पात्र डिज़ाइन करने के लिए कार्टूनिस्टों को काम पर रखना शुरू कर दिया.  हैलो किट्टी को सबसे पहले युको शिमिज़ु ने डिज़ाइन किया था. हालाँकि उन्होंने मूल रूप से इस पात्र के लिए किट्टी नाम गढ़ा था, लेकिन त्सुजी ने सामाजिक संचार को बढ़ावा देने के लिए बिल्ली का नाम "हैलो किट्टी" रखने का फैसला किया.


1976 में जापान के बाद अमेरिका में खुला हैलो किट्टी का स्टोर
हैलो किट्टी एक ऐसा ब्रांड है जिसे अपने पहले लॉन्च से ही अपार सफलता मिली. जापान में हैलो किट्टी के सामान की बिक्री आसमान छूने लगी, जिसके बाद सैनरियो ने 1976 में संयुक्त राज्य अमेरिका में एक उपहार स्टोर खोला, जहाँ हैलो किट्टी वस्तुओं की बिक्री खूब रही. आजकल, लोकप्रिय चरित्र को कपड़ों, एक्सेसरीज़, होम डेकोर, डियोड्रेंट, बैग, स्टेशनरी और यहाँ तक कि फेस मसाजर जैसे कई उत्पादों पर देखा जा सकता है. हैलो किटी को एनिमेटेड टेलीविज़न शो और फ़िल्मों में भी दिखाया गया है, और इसने दुनिया भर के कई थीम पार्क और आकर्षणों को प्रेरित किया गया है.