गर्भवती महिलाओं के लिए एक चिंताजनक रिसर्च सामने आई है. हाल ही में हुए एक अध्ययन से पता चला है कि प्रेग्नेंसी के दौरान शराब का सेवन (चाहे वह कम मात्रा में ही क्यों न हो) शिशुओं में जन्म संबंधी असामान्यताएं के खतरे को बढ़ा सकता है. यह शोध अल्कोहॉल क्लिनिकल एंड एक्सपरिमेंटल रिसर्च जर्नल में प्रकाशित हुआ है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अध्ययन में शोधकर्ताओं ने शिकागो में आयोजित एक सम्मेलन में अपने निष्कर्षों को शेयर किया. उन्होंने 20 हजार से अधिक वयस्कों के आंकड़ों का विश्लेषण किया, जिनकी औसत आयु 48 वर्ष थी. अध्ययन में आधे पुरुष और आधे महिलाएं शामिल थीं. इन लोगों से प्रेग्नेंसी के दौरान उनके शराब के सेवन के बारे में जानकारी ली गई. साथ ही, उनके बच्चों के जन्म के समय के हेल्थ का डेटा भी जुटाया गया.


बच्चे के वजन और लंबाई में असर
अध्ययन के अनुसार, जो महिलाएं प्रेग्नेंसी के दौरान कम मात्रा में भी शराब का सेवन करती थीं, उनके बच्चों में जन्म के समय वजन और लंबाई कम होने की संभावना अधिक देखी गई. शोधकर्ताओं ने पाया कि प्रेग्नेंसी के दौरान शराब का सेवन (खासकर गर्भधारण के आसपास और प्रेग्नेंसी के शुरुआती चरणों में) शिशुओं के विकास को प्रभावित कर सकता है.


शराब से पूरी तरह दूर रहना ही सही
यह अध्ययन इस बात का सबूत है कि प्रेग्नेंसी के दौरान शराब का सेवन (चाहे वह कितनी भी कम मात्रा में क्यों न हो) खतरा भरा हो सकता है. शोधकर्ताओं का कहना है कि प्रेग्नेंसी के दौरान शराब से पूरी तरह दूर रहना ही सबसे अच्छा उपाय है. हालांकि, 2020 में प्रकाशित न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में छपे एक अध्ययन में गर्भावस्था के दौरान कम मात्रा में शराब के सेवन को लेकर अलग राय सामने आई थी.


क्या कहते हैं एक्सपर्ट
नए अध्ययन के प्रमुख शोधकर्ता डॉ. एलेना बखिरेवा का कहना है कि प्रेग्नेंसी के दौरान शराब के सेवन के प्रभावों पर और अधिक शोध की जरूरत है. वह इस बात पर भी जोर देती हैं कि प्रेग्नेंट महिलाओं को अपने डॉक्टरों से प्रेग्नेंसी के दौरान शराब के सेवन के खतरों के बारे में खुलकर बात करनी चाहिए.