एक रूटीन मोतियाबिंद सर्जरी के दौरान डॉक्टरों को तब झटका लगा जब उन्होंने एक 67 वर्षीय महिला की आंख में 27 कॉन्टेक्ट लेंस फंसे हुए पाए. यह मामला ब्रिटेन का है, जहां महिला ने 35 साल तक मंथली डिस्पोजेबल लेंस का इस्तेमाल किया था, लेकिन नियमित रूप से आंखों की जांच नहीं कराई थी.


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टीओआई की एक खबर के अनुसार, महिला की दाहिनी आंख में मोतियाबिंद की सर्जरी से पहले जब डॉक्टर एनेस्थीसिया दे रहे थे, तो उन्होंने उसकी ऊपरी पलक के नीचे एक बड़ा, नीला-सा गांठ देखा. जब इस गांठ की जांच की गई, तो पता चला कि यह 17 कॉन्टेक्ट लेंस का गुच्छा था, जो बलगम से चिपके हुए थे. इसके बाद, माइक्रोस्कोप की मदद से जांच में और 10 कॉन्टेक्ट लेंस मिले.


महिला को क्यों नहीं हुआ एहसास?
चौंकाने वाली बात यह है कि इतने सारे कॉन्टेक्ट लेंस होने के बावजूद महिला को किसी गंभीर समस्या का एहसास नहीं हुआ. महिला ने केवल हल्की असुविधा और आंखों में सूखेपन की शिकायत की थी. उन्होंने इसे उम्र और ड्राई आई सिंड्रोम का परिणाम मानकर अनदेखा कर दिया.


मोतियाबिंद सर्जरी क्यों टाली गई?
कॉन्टेक्ट लेंस को निकालने के बाद डॉक्टरों ने संक्रमण के खतरे को देखते हुए सर्जरी को दो सप्ताह के लिए स्थगित कर दिया. लंबे समय तक फंसे हुए कॉन्टेक्ट लेंस से आंख में बैक्टीरियल संक्रमण का खतरा हो सकता था.


क्या थी समस्या की जड़?
महिला ने बताया कि कई बार उन्हें लगता था कि लेंस आंख से गिर गया है, लेकिन वास्तव में वह आंख में ही रह जाता था. महिला की 'गहरी आंखों की बनावट' के कारण डॉक्टरों ने अनुमान लगाया कि इससे लेंस पलकों के नीचे फंस जाते थे.


डॉक्टरों की सलाह
डॉक्टरों ने इस घटना को गंभीर मानते हुए सभी कॉन्टेक्ट लेंस उपयोगकर्ताओं को सतर्क रहने की सलाह दी.
नियमित जांच कराएं: कॉन्टेक्ट लेंस इस्तेमाल करने वालों को समय-समय पर आंखों की जांच करानी चाहिए.
लेंस का सही उपयोग करें: मंथली लेंस को हर रात निकालना चाहिए.
पलकों की जांच करें: डॉक्टर ने सुझाया कि पलकों को पलटकर फ्लोरेसीन डाई का इस्तेमाल करना चाहिए, जो छिपे हुए लेंस को ढूंढने में मदद करता है.