नई दिल्ली: टेक्नोलॉजी का वो दौर आ चुका है, जहां पर अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक बड़ा हिस्सा बन कर सामने आ गया है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अब हर इंडस्ट्री में अपनी पैठ बना चुका है. इसका सबसे अच्छा उपयोग जूलियन ज्वैल जेयराज ने किया है जो पर्यावरण और वाइल्ड लाइफ को बचाने के लिए काम इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. तमिलनाडु में जन्मे जूलियन ज्वैल जेयराज को लोग एक साइंटिस्ट के रूप में जानते हैं. जूलियन ज्वैल ने एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस JJAIBOT को बनाया है जो लोगों को पर्यावरण संरक्षण और प्रकृति को बचाने में कैसे मदद करके इसके बारे में बताता है.


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कंप्यूटर साइंस में ग्रेजुएट जूलियन ज्वैल जेयराज ने 2001 में बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से आगे की पढ़ाई की और उसके बाद साइंस और टेक्नोलॉजी के फील्ड में काम करना शुरू कर दिया. इसके बाद जूलियन ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस JJAIBOT का आविष्कार किया जो लोगों कि ये समझने में मदद करता है कि कैसे क्लाइमेट चेंज हमें प्रभावित कर रहा है. इतना ही नहीं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस JJAIBOT इंसान की सभी भावनाओं प्यार, गुस्सा, खुशी और आनंद सबको समझ सकता है.


बता दें कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस JJAIBOT जूलियन ज्वैल जेयराज का अबतक का सबसे बड़ा आविष्कार है. इसी साल जनवरी में इसे टेक्नोलॉजी की फील्ड में लाया गया है. इसी के साथ जूलियन का नाम उन लोगों की लिस्ट में शामिल हो गया है जो साइंस और टेक्नोलॉजी को टॉप लेवल पर ले जाने का का कर रहे हैं.  


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