एक साथ 2 मास्क लगाना कोविड-19 इंफेक्शन से नहीं बचा सकता, स्टडी का दावा
अमेरिका के सीडीसी ने कुछ महीने पहले यह दावा किया था कि अगर एक साथ 2 मास्क लगाया जाए तो कोविड-19 इंफेक्शन से बचने में मदद मिल सकती है. लेकिन ये नई स्टडी इस दावे के ठीक विपरित है.
नई दिल्ली: अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने कुछ हफ्तों पहले यह सुझाव दिया था कि अगर एक की बजाए 2 मास्क एक साथ पहना जाए यानी डबल मास्किंग (Double Masking) की जाए तो कोरोना वायरस (Coronavirus) के संपर्क में आने के खतरे को कम किया जा सकता है. लेकिन जापान के सुपरकंप्यूटर सिमुलेशन ने यह दिखाया कि जहां तक वायरस को फैलने से रोकने की बात है तो चेहरे पर बेहतर तरीके से फिट होने वाला 1 मास्क पहनने की तुलना में 2 मास्क लगाने का फायदा बेहद सीमित है.
डबल मास्क पहनने के बारे में क्या कहती है स्टडी
जापान की रिकेन एंड कोब यूनिवर्सिटी की तरफ से जारी की गई स्टडी में शोधकर्ताओं ने अलग-अलह तरह के मास्क पहनने वाले लोगों में वायरस के कणों का फ्लो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में किस तरह से होता है इसे दिखाने के लिए फुगाकु सुपरकंप्यूटर (Fugaku Spuercomputer) का इस्तेमाल किया. सर्जिकल जैसा एक सिंगल, बिना बुने हुए मटीरियल से बना मास्क कोरोना वायरस के कणों को रोकने में 85 प्रतिशत असरदार था. लेकिन सिर्फ तभी जब उसे नाक और चेहरे पर टाइट से पहना जाए. इस सर्जिकल मास्क (Surgical Mask) के ऊपर पॉलियूरेथेन (polyurethane) से बने मास्क को पहनने से वायरस कणों को रोकने की क्षमता 89 प्रतिशत हो गई यानी सिर्फ 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी.
ये भी पढ़ें- कोरोना के खतरे को कम करता है ये मास्क, घर में इसे ऐसे बनाएं
डबल मास्क का इस्तेमाल करना उचित नहीं
स्टडी में शामिल अनुसंधानकर्ताओं ने सुझाव दिया कि एक साथ 2 बिना बुने हुए मटीरियल से बने मास्क का इस्तेमाल करना उपयोगी नहीं है क्योंकि ऐसी स्थिति में मास्क के अंदर वायु प्रतिरोध की स्थिति बनती है जिसकी वजह से मास्क के किनारे से लीकेज होने लगता है. इसलिए डबल मास्क का इस्तेमाल करना उचित नहीं लगता. कौन सा मास्क कितना असरदार है इस बारे में स्टडी की मानें तो सामान्य तौर पर प्रोफेशनल ग्रेड वाला N95 मास्क इंफेक्शन से बचाने में सबसे अधिक सुरक्षित रहा और उसके बाद बिना बुना हुआ (non-woven) मास्क, कपड़े वाला मास्क (Cloth Mask) और आखिर में पॉलियूरेथेन वाला मास्क.
ये भी पढ़ें- मास्क न पहनने से भी ज्यादा खतरनाक है यूज किया हुआ मास्क
जापान की रिकेन रिसर्च टीम ने इससे पहले फुगाकु सुपरकंप्यूटर का इस्तेमाल कर यह दिखाने की कोशिश की थी वर्क स्पेस, ट्रेन और इस तरह के कई वातावरण में वायरल संक्रमण और इंफेक्शन रिस्क को नमी किस तरह से प्रभावित करती है. इस बात को लेकर तो दुनियाभर के वैज्ञानिकों में एक मत है कि कोरोना वायरस महामारी से बचने के लिए मास्क का इस्तेमाल जरूरी है. लेकिन सिंगल मास्क या डबल मास्क इस बात को लेकर विरोधाभास अब भी जारी है.
(नोट: किसी भी उपाय को करने से पहले हमेशा किसी विशेषज्ञ या चिकित्सक से परामर्श करें. Zee News इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)