नाइट शिफ्ट की जॉब कई लोगों के लिए एक मजबूरी होती है. अस्पताल, पुलिस स्टेशन, फायर ब्रिगेड, होटल, रेस्तरां, आदि जैसे कई क्षेत्रों में नाइट शिफ्ट में काम करने की आवश्यकता होती है. हालांकि, नाइट शिफ्ट की जॉब सेहत के लिए कई तरह से हानिकारक हो सकती है. इनमें से एक तरीका है कि यह भूख और खान-पान की आदतों को बिगाड़ सकता है.


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ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी, यूके के वैज्ञानिकों ने कहा कि रात की शिफ्ट में काम करने से भूख और खाने की आदतों में बाधा आती है, जिसके परिणामस्वरूप कभी-कभी वजन बढ़ जाता है. रात की शिफ्ट में काम करने से होने वाले शरीर की जैविक घड़ी या सर्कैडियन मिसअलाइनमेंट में व्यवधान भूख को नियंत्रित करने वाले हार्मोन को प्रभावित करता है.


कैसे बिगड़ती हैं भूख और खान-पान की आदतें?
रात की शिफ्ट में काम करने से शरीर की जैविक घड़ी या सर्कैडियन रिदम गड़बड़ा जाती है. यह हमारे शरीर को बताता है कि हमें कब सोना है और कब जागना है. सर्कैडियन रिदम के गड़बड़ होने से भूख और खाने की आदतों में बदलाव आ सकता है.


नाइट शिफ्ट में काम करने वालों को क्या करना चाहिए?
नाइट शिफ्ट में काम करने वाले लोग अपनी भूख और खान-पान की आदतों को बेहतर बनाने के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रख सकते हैं:
- रात में काम करने वाले लोगों को नियमित समय पर खाना खाना चाहिए.
- जंक फूड और मीठे पदार्थों के सेवन से बचें.
- पर्याप्त पानी पीने से भूख को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है.
- व्यायाम करने से वजन को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है.


नाइट शिफ्ट की जॉब सेहत के लिए कई तरह से हानिकारक हो सकती है. भूख और खान-पान की आदतों में बदलाव इस हानिकारक प्रभाव को और बढ़ा सकता है. नाइट शिफ्ट में काम करने वाले लोगों को अपनी भूख और खान-पान की आदतों को बेहतर बनाने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.