कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान देश में कई लोगों को संक्रमण का सामना करना पड़ा है। इन कोरोना मरीजों में से एक बड़ा हिस्सा घर पर ही आइसोलेशन बिता रहा था। वहीं, बाकी बचा पूरा देश कोविड-19 से बचाव के लिए शरीर की इम्युनिटी बढ़ा रहा था। इसी बीच सोशल मीडिया पर कई दावे वायरल हो रहे थे, जिसमें इम्युनिटी बढ़ाने या कोरोना के इलाज की बात कही जा रही थी। WhatsApp पर वायरल हो रहे एक ऐसे ही ऑडियो में देसी नुस्खे से बने काढ़े की मदद से कोरोना वायरस के खात्मे की बात कही जा रही थी। अब इसको लेकर सरकार की तरफ से सच्चाई सामने आई है। आइए जानते हैं कि दावे में बताई जा रही रेसिपी क्या थी और इसकी सच्चाई क्या है?


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वायरल वीडियो में किया था यह दावा...
सोशल मीडिया व वॉट्सऐप पर वायरल ऑडियो में बताई जा रही रेसिपी में एक बड़ी इलायची, दालचीनी, काली मिर्च, अजवाइन, हल्दी और लौंग से बने काढ़े का जिक्र किया जा रहा था। इस ऑडियो में खुद को डॉक्टर बता रहा शख्स इन सामग्रियों से तैयार काढ़े का सेवन करने पर 24 घंटे में कोरोना वायरस और उसके लक्षण के खात्मे का दावा कर रहा था। सरकारी संस्था पीआईबी ने इसको लेकर पड़ताल की और इसकी सच्चाई बताई।


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क्या है सच्चाई?



पीआईबी ने फैक्ट चेक के तहत वायरल हो रहे इस दावे को गलत पाया। पीआईबी फैक्ट चेक ने यह सच्चाई अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर की। ट्वीट कर लिखा कि वायरल ऑडियो में किया गया दावा भ्रामक है और इसे आगे शेयर ना करें। पीआईबी ने शेयर की गई वीडियो में बताया कि बड़ी इलायची, दालचीनी, काली मिर्च, लौंग, हल्दी और काढ़े के सेवन से सिर्फ रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्युनिटी बढ़ाने में मदद मिल सकती है। इससे कोरोना वायरस खत्म नहीं हो सकता है। वहीं, उन्होंने किसी भी आयुर्वेदिक या देसी नुस्खे को इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेने पर जोर दिया है।