HMPV पर दहशत क्यों? भारत में दो दिन में 7 मामले आए सामने, रणदीप गुलेरिया ने दी ये बड़ी जानकारी
भारत में पिछले दो दिनों में मानव मेटाप्न्यूमोवायरस (HMPV) के 7 नए मामले सामने आए हैं, जिससे लोगों के बीच चिंता बढ़ गई है. वहीं, एम्स के पूर्व चीफ ने बड़ी जानकारी शेयर की है.
भारत में पिछले दो दिनों में मानव मेटाप्न्यूमोवायरस (HMPV) के 7 नए मामले सामने आए हैं, जिससे लोगों के बीच चिंता बढ़ गई है. हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि घबराने की जरूरत नहीं है. एम्स के पूर्व चीफ और अन्य हेल्थ एक्सपर्ट्स ने एचएमपीवी को कोरोना जैसी गंभीर महामारी के रूप में नहीं देखा है. उन्होंने लोगों को सतर्क रहने और जरूरी सावधानियां अपनाने की सलाह दी है.
एचएमपीवी एक वायरल संक्रमण है जो मुख्य रूप से श्वसन तंत्र पर हमला करता है. इसके लक्षण सामान्य फ्लू से मिलते-जुलते हैं, जैसे खांसी, बुखार, गले में खराश और सांस लेने में दिक्कत. यह वायरस बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों के लिए ज्यादा खतरनाक हो सकता है. हालाँकि, हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि एचएमपीवी के संक्रमण से मौत का खतरा बेहद कम है और यह एक सामान्य श्वसन रोग है.
भारत में एचएमपीवी के 7 मामले: क्या है स्थिति?
पिछले 48 घंटों में देश में 7 नए मामले सामने आए हैं. ये मामले मुख्य रूप से तमिलनाडु, कर्नाटक, और गुजरात जैसे राज्यों से रिपोर्ट हुए हैं. टीओआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, एम्स के पूर्व चीफ रणदीप गुलेरिया ने बताया कि इन मामलों को लेकर पैनिक होने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि एचएमपीवी का प्रभाव कोरोना जितना खतरनाक नहीं है. यह एक सामान्य वायरल संक्रमण है, जिसे समय पर इलाज से ठीक किया जा सकता है.
एचएमपीवी से बचाव के उपाय
हाइजीन का ध्यान रखें: नियमित रूप से हाथ धोएं और सैनिटाइजर का उपयोग करें.
मास्क पहनें: खासकर भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क का इस्तेमाल करें.
भीड़ से बचें: जिन जगहों पर ज्यादा लोग इकट्ठा होते हैं, वहाँ जाने से बचें.
इम्यूनिटी बढ़ाएं: बैलेंस डाइट और पर्याप्त नींद लें.
डॉक्टर से संपर्क करें: लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें.
एक्सपर्ट्स का संदेश
डॉक्टर्स और स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि एचएमपीवी पर ज्यादा घबराने की बजाय सतर्क रहने की जरूरत है. समय पर सावधानी बरतने से इस वायरस के संक्रमण को रोका जा सकता है. उन्होंने कहा कि यह वायरस कोरोना जैसा घातक नहीं है, इसलिए अफवाहों पर ध्यान न दें.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.