नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश के गियू गांव में एक ऐसी ममी है जिसके नाखून और बाल आज भी बढ़ते हैं। यह ममी करीब 550 साल से भी ज्यादा पुरानी है। सालभर में 5 से 8 महीने बर्फ से ढ़के रहने वाले इस गांव में लोग खासतौर पर ममी को देखने के लिए जाते हैं। गियू गांव भारत और नेपाल की सीमा पर बसा हुआ है। इस ममी की खासियत है कि यह विश्व की एकमात्र ऐसी ममी है जो बैठी हुई अवस्था में है।


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बताया जाता है कि साल 1995 में आईटीबीटी के जवानों को सड़क निर्माण के दौरान यह ममी दिखाई दी थी। उस वक्त कुदाल लगने से इस ममी के सिर से खून बहने लगा था। आज भी कुदाल का घाव ममी के सिर पर दिखाई देता है। इस ममी को शिशे के एक कैबिन में रखा गया है। इस ममी के बारे में लोगों की अलग-अलग मान्यताएं हैं। कई लोग इसे बौद्ध भिक्षु सांगला तेनजिंग बताते हैं तो कई लोग गांव का ही कोई संत। हालांकि, अब इस ममी के बाल और नाखून बढ़ने कम हो गए हैं।