कांग्रेस ने आउटसोर्सिंग से चुनाव लड़ा, ध्रुवीकरण की राजनीति की हार हुई: अमित शाह
आजादी के 70 वर्षों के बाद हमारा लोकतंत्र करवट ले रहा है. इसलिए इन चुनावों के माध्यम से वंशवाद, ध्रुवीकरण और जातिवाद की हार हुई है.
गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव नतीजों के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि बीजेपी को इन राज्यों में कामयाबी मिली है. यह पीएम मोदी की नीतियों की जीत है. आजादी के 70 वर्षों के बाद हमारा लोकतंत्र करवट ले रहा है. इसलिए इन चुनावों के माध्यम से वंशवाद, ध्रुवीकरण और जातिवाद की हार हुई है. गुजरात में बीजेपी का जनसमर्थन 1.25 प्रतिशत बढ़ा है. इसी तरह हिमाचल प्रदेश में बीजेपी का वोट प्रतिशत 10 प्रतिशत बढ़ा है. हिमाचल प्रदेश में बीजेपी को दो तिहाई बहुमत मिलना दर्शाता है कि लोग पीएम मोदी के साथ विकास यात्रा में जुड़ना चाहते हैं.
इसके साथ ही अमित शाह ने कहा कि हमें विश्वास है कि जब पीएम मोदी के नेतृत्व में 2019 का चुनाव लड़ने जाएंगे तो लोगों का इसी तरह हमको समर्थन मिलेगा और 2022 के लिए जो पीएम मोदी ने लक्ष्य निर्धारित किए हैं, वे हकीकत में बदलेंगे. इसके साथ ही हम कर्नाटक समेत आगामी चार राज्यों में होने वाले चुनाव भी जीतेंगे.
इसके साथ ही गुजरात में बीजेपी की जीत पर प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात की जनता को धन्यवाद दे दिया है. पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर जीत के इस तोहफे के लिए लोगों का शुक्रिया अदा किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, 'जीता विकास, जीता गुजरात. जय जय गरवी गुजरात.' बता दें कि गुजरात के चुनाव में काफी सारी चुनावी रैलियों और भाषणों के बाद आखिरकार आज इस पूर इम्तिहान का परिणाम आ गया और 22 सालों का सफर अब और 5 सालों के लिए बढ़ गया है.
गुजरात और हिमाचल में जीत के परचम के साथ PM मोदी का संदेश, 'जीता विकास'
पीएम मोदी ने हिमाचल में जीत के लिए भी ट्वीट करते हुए लिखा, 'हिमाचल प्रदेश में लहराया कमल, विकास की हुई भव्य जीत.' पीएम मोदी ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा, 'गुजरात और हिमाचल प्रदेश में आए चुनावी परिणामों से साफ है कि देश में लोग अब अच्छी राजनीति और विकास के मुद्दे पर आपका पूरा समर्थन देते हैं. मैं इन राज्यों में बीजेपी के कठिन परिश्रमी कार्यकताओं की भी तारीफ करता हूं जिनके बूते हमें यह शानदार जीत मिली है.'
बता दें कि गुजरात की 182 सीटों पर लड़ रहे 1828 उम्मीदवारों को चुनने के लिए करीब 4.35 करोड़ वोटर्स थे. 2012 में चुनाव लड़ चुके 121 विधायक इस बार फिर मैदान में थे. दो फेज में कुल 67.75% वोटिंग हुई. यह पिछले चुनाव से 3.55% कम है. 2012 में 182 सीटों पर 71.30% वोटिंग हुई थी. याद दिला दें कि गुजरात में 19 साल से BJP सत्ता में है, लेकिन 15 साल में पहली बार मोदी सीएम कैंडिडेट नहीं हैं. 2001 में केशुभाई पटेल के हटने के बाद नरेंद्र मोदी को सीएम बनाया गया था. उनकी अगुआई में बीजेपी ने 2002, 2007 और 2012 में विधानसभा चुनाव लड़ा और जीता.