Tamilisai Soundararajan Video: मौका था एन चंद्रबाबू नायडू के आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने का. समारोह खत्म हो चुका है लेकिन उसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर हो रहा है. इस वीडियो में कुल जमा तीन लोग हैं- पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और तेलंगाना की पूर्व गवर्नर तमिलिसाई सुंदरराजन. पीछे केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान भी बैठे हैं. वीडियो में दिखता है कि तमिलिसाई दोनों सीनियर नेताओं को हाथ जोड़कर नमस्कार करते हुए आगे बढ़ती हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

शाह पहले तो हाथ जोड़कर नमस्ते करते हैं. फिर तमिलिसाई वेंकैया नायडू से मुखातिब होती हैं, नायडू 'हां, हां, ठीक है...' वाली मुद्रा में हाथ हिलाते हैं. तमिलिसाई आगे बढ़ जाती हैं, पीछे से शाह आवाज देकर बुलाते हैं. अगले 14 सेकेंड में शाह की भाव-भंगिमा एकदम बदल जाती है. वह कड़े शब्दों में तमिलिसाई को किसी बात के लिए मना करते हैं. शाह के चेहरे पर गुस्सा साफ झलकता है. वह तमिलिसाई की कोई बात नहीं सुनते. बगल में बैठे नायडू सारा घटनाक्रम देखते रहते हैं.


कहीं अन्नामलाई से तो नहीं इस डांट का कनेक्शन!


करीब 18 सेकेंड का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल है. लोग कयास लगा रहे हैं कि कहीं तमिलिसाई सुंदरराजन को यह फटकार के. अन्नामलाई के साथ उनकी खटपट के चलते तो नहीं पड़ी. हालिया लोकसभा चुनाव में तमिलनाडु के भीतर बीजेपी एक भी सीट जीत नहीं पाई. इसके बाद राज्य इकाई के प्रमुख अन्नामलाई पर ठीकरा फोड़ने का सिलसिला शुरू हुआ. 


बीजेपी तमिलनाडु सोशल मीडिया सेल के उपाध्यक्ष कार्तिक गोपीनाथ ने एक्स पर लिखा, 'यह अमित शाह जी की ओर से तमिलिसाई अक्का को कड़ी चेतावनी जैसा लगता है. लेकिन इस "सार्वजनिक" चेतावनी का कारण क्या हो सकता है? अनुचित सार्वजनिक टिप्पणियां?' डीएमके के प्रवक्ता सरवनन अन्नादुरई ने कहा, 'यह किस तरह की राजनीति है? क्या तमिलनाडु की एक प्रमुख महिला राजनेता को सार्वजनिक रूप से फटकारना शिष्टाचार है? अमित शाह को पता होना चाहिए कि हर कोई इसे देखेगा. एक बहुत ही गलत उदाहरण!'




तमिलिसाई vs अन्नामलाई का विवाद


तमिलनाडु में बीजेपी की हार के बाद तमिलिसाई के बयानों से विवाद पैदा हुआ. तमिलिसाई का कहना था कि अगर बीजेपी ने AIADMK से हाथ मिला लिया होता तो पार्टी कई सीटें जीत सकती थी. उन्होंने 'आपराधिक इतिहास वाले लोगों' को पद दिए जाने का सवाल भी उठाया था. अन्नामलाई चुप रहे लेकिन उनके समर्थकों ने सोशल मीडिया पर तमिलिसाई के समर्थकों से झगड़ा शुरू कर दिया.


पढ़ें: दलित, ओबीसी या महिला... इनमें से कोई एक बन सकता है बीजेपी का अगला अध्यक्ष! RSS का आशीर्वाद भी जरूरी


हालिया चुनाव में तमिलिसाई और अन्नामलाई, दोनों ही हार गए. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल जो तमिलनाडु के प्रभारी थे, ने राज्य में बीजेपी की कोर कमिटी से आंतरिक कलह पर रिपोर्ट तलब की है.