Bengaluru trekker couple death: उत्तरकाशी के सहस्त्रताल ट्रैक पर गए सभी ट्रैकर्स स्वस्थ थे, लेकिन अचानक मौसम बदला और तेज बारिश के साथ आंधी-तूफान शुरू हो .गया’ इस बीच घने कोहरे के साथ पहले से जमी बर्फ के बीच से निकलना मुश्किल हो गया. अत्यधिक ठंड से जैसे ही एक ट्रैकर की मौत हुई तो दहशत के कारण अन्य ने भी दम तोड़ दिया. यह कहना है कि सहस्त्रताल ट्रैक पर 22 सदस्यीय ट्रैकिंग दल के साथ गए गाइड राजेश का. इसी घटना में एक और कपल की मौत हो गई, जिसके बारें में जो जानकारी सामने आई तो सब हैरान रह गए

बेंगलुरु के ट्रेकर कपल की मौत 
उत्तराखंड में खराब मौसम के कारण कर्नाटक के नौ ट्रेकर की मौत हो गई है. इसी नौ में शामिल थे बेंगलुरु के ट्रेकर कपल सुजाता और सुजाता और विनायक मुंगरवाड़ी. जिनकी मौत की सूचना आने के बाद ही उनके जानने वाले परेशान और दुखित हैं. उनकी एक दोस्त का कहना है कि कोई नहीं जानता कि सुजाता और विनायक मुंगरवाड़ी के अंतिम क्षण कैसे रहे होंगे, जब वे सोमवार की रात उत्तराखंड में उत्तरकाशी के पास उच्च ऊंचाई वाले सहस्त्र ताल में ट्रेकिंग करते समय खराब मौसम में मर गए.


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हालांकि, उनके दोस्त दोनों का आपस में प्रेम और एक दूसरे के लिए समर्पण पर कहते हैं कि अगर उन्हें बर्फीले तूफान के दौरान एक दूसरे को बचाने का मौका मिलता, तो वे ऐसा करते, भले ही इसके लिए उन्हें अपनी जान देनी पड़ती. 


कॉलेज में मिले, एक ही दिन जन्मदिन
दोस्त ने बताया कि 
कॉलेज के दिनों में ही ये दोनों मिले थे, बाद में सभी दोस्तों को पता चला कि दोनों एक दूसरे से प्रेम करते हैं, दोनों की दोस्ती कुछ ऐसी थी कि हर किसी को इस कपल को देखकर प्यार आ जाता था. दोनों का जन्मदिन भी एक ही दिन पड़ता था. किस्मत देखो, दोनों की मौत भी एक साथ हुई. 


कौन था ये कपल
51 साल की सुजाता उत्तर कर्नाटक स्नेहा लोका (यूकेएसएल) में एक एनजीओ की ट्रस्टी थीं, और उनके पति 54 साल के विनायक मैकेनिकल इंजीनियर और कॉमवर्स ग्लोबल के सह-संस्थापक थे. विनायक ने हमेशा अपनी पत्नी यूकेएसएल के एनजीओ में खूब मदद की, पत्नी के सपनों के साथ विनायक हमेशा खड़े रहे. इनके परिवार में मां और दो बच्चे हैं. बेटी 28 साल की हैं और बेटा ईशान 21 साल का है जो इन दिनों इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है. 

पर्यावरण प्रेमी था ये कपल
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट की मुताबि यह कपल पर्यावरण संबंधी मुद्दों को लेकर बहुत ही अधिक भावुक था. बेंगलुरु के प्रकाश राजगोली ने इस कपल को याद करते हुए कहा, "वे विश्व पर्यावरण दिवस को बहुत उत्साह के साथ मनाते थे और यूकेएसएल के सदस्यों के साथ मिलकर पौधे लगाते थे."


ट्रेकर्स में उनका मन खूब लगता था,  सुजाता और विनायक शिव और पार्वती के भक्त थे और साल में दो बार आंध्र के श्रीशैलम मंदिर जाते थे. यूकेएसएल प्रमुख गंगाधर वली ने कहा, "दो लोगों द्वारा अपनी यात्रा रद्द करने के बाद वे इस समूह में शामिल हो गए." शुक्रवार सुबह उनके शव जेपी नगर स्थित उनके घर पहुंचने की उम्मीद है. 

हादसे में अब तक 9 ट्रैकर्स की मौत, रेस्क्यू अभियान जारी
उत्तरकाशी-टिहरी जनपद की सीमा पर करीब 14500 फीट की ऊंचाई वाले सहस्त्रताल में फंसे कर्नाटक तथा महाराष्ट्र के 5 और ट्रैकर्स की मौत हो गई है. इस तरह अब तक नौ ट्रैकर्स यहां अपनी जान गंवा चुके हैं जबकि दस ट्रैकर्स को एयरलिफ़्ट करके सुरक्षित निकाला जा चुका है.